झालावाड़. वैसे तो कोरोना वायरस यानि की कोविड 19 से हर कोई वाकिफ हो गया है. इस महामारी ने तो दुनिया को घुटनों के बल चलने को मजबूर कर दिया है. पर कुछ लोग ऐसे लोग भी हैं जो कोरोना वायरस के खौफ को अपनी यादों में बसाना चाहते हैं. कोरोना और कोविड इन दो शब्दों से आमजन के मन में उठी भय और तबाही के बीच झालावाड़ के एक कोरोना वॉरियर्स ने कुछ ऐसा किया कि वो काबिले तारिफ है.
जी हां हम बात कर रहे हैं झालावाड़ के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग कार्यालय में कार्यरत सोहेल नाम के ड्राइवर की. सोहेल के घर में बीते दिन यानि की 15 अप्रैल को एक बच्चे का जन्म हुआ, जिसका नाम उन्होंने लॉकडाउन रखा. उनका ऐसा मानना है कि भविष्य में जब कोई उसके नाम के बारे में पूछे तो वह कोरोना महामारी के खिलाफ कोरोना वॉरियर्स के समर्पण भाव को बता सके. ड्राइवर सोहेल की पत्नी नगमा ने बताया कि कोरोनावायरस के चलते देश भर में लॉक डाउन की घोषणा की हुई है. इसी को देखते हुए उन्होंने अपने बेटे का नाम लॉकडाउन रखा है.
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आपको बता दें कि जब से लॉक डाउन लगा है तब से उनके पति दिन रात विभाग के कार्यों में लगे हुए हैं और लोगों की सेवा कर रहे हैं. लॉकडाउन में बहुत कम बार उनका घर पर आना-जाना होता है. ऐसे में लॉकडाउन के दौरान उनके समर्पण भाव को देखते हुए उन्होंने अपने बेटे का नाम लॉक डाउन रखा है. ताकि भविष्य में जब भी कोई उनके बेटे से उसके नाम के बारे में पूछे तो वो बता सके कि जब देश पर कोरोना जैसी आपदा आई हुई थी तब कुछ लोग ऐसे भी थे जो अपने घर परिवार और जान की परवाह किए बगैर दिन रात लोगों की सेवा में लगे हुए थे.