अकलेरा (झालावाड़). कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए ग्रामीण स्तर पर चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार करने, वैक्सीनेशन, कोविड उपयुक्त व्यवहार की सख्ती से पालना और मेरा गांव-मेरी जिम्मेदारी कोविड जागरूकता अभियान को लेकर जिला कलेक्टर हरि मोहन मीना की अध्यक्षता में कई बैठक हुई. बुधवार को बैठकों का आयोजन ग्राम रटलाई के थाना परिसर, भालता के भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र और तहसील कार्यालय बकानी के सभागार में किया गया. इसमें विलेज कोर कमेटी, एंटी कोविड टीम, स्थानीय जनप्रतिनिधि और व्यापार संघ के पदाधिकारी के शामिल हुए.
जिला कलेक्टर ने बैठकों के दौरान सभी विलेज कोर कमेटी, एंटी कोविड टीम, व्यापार संघ के पदाधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कहा कि कोविड से बचाव के लिए हम सभी को उन छोटी-छोटी बातों को समझना होगा, जिनके कारण कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना रहती है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार 10 प्रतिशत से कम संक्रमण वाले क्षेत्रों को कुछ शर्तों के साथ बाजार खोलने की छूट प्रदान की गई है. उन्होंने इस दौरान कोविड गाइडलाइंस की सख्ती से पालना कराने, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही बाजारों में अनावश्यक भीड़ एकत्रित नहीं होने देने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अगर कोई दुकानदार पालना नहीं करता है तो संबंधित दुकान को 7 दिन के लिए सील करने की कार्रवाई की जाएगी और अगर उस क्षेत्र की पॉजिटिव दर 10 प्रतिशत से ज्यादा होगी तो उस क्षेत्र के पूरे बाजार को 7 दिन के लिए बंद किया जाएगा.
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जिला कलेक्टर ने डोर टू डोर सर्वे कार्य को नियमित रूप से गंभीरता के साथ करने के निर्देश देते हुए कहा कि सर्वे के दौरान खांसी, जुखाम, बुखार, बदन दर्द आदि लक्षण वाले व्यक्तियों को तत्काल कोविड मेडिसिन किट उपलब्ध कराकर आइसोलेट करनासुनिश्चित की जाए. साथ ही उनका ऑक्सीजन लेवल नियमित रूप से मॉनिटर किया जाए. जिला कलक्टर ने कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण को पूर्णतया सुरक्षित एवं प्रभावी बताते हुए कहा कि 45 से अधिक आयु के वो लोग, जिनको कोरोना के टीके की एक भी डोज नहीं लगी है, वो प्रथम डोज लगवाएं और जिन व्यक्तियों को प्रथम डोज लगे निर्धारित अवधि पूर्ण हो चुकी है, वो नजदीकी सेंटर पर जाकर दूसरी डोज भी लगवाएं. उन्होंने कहा कि महामारी की रोकथाम में दोनों डोज लगवाना अनिवार्य है.
जिला कलेक्टर ने कहा कि सीएचसी स्तर पर 40 बडे़ ऑक्सीजन गैस सिलेंडर, 20 अतिरिक्त बेड, पीएचसी स्तर पर 20 गैस सिलेंडर और कुल 10 बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों में ऑक्सीजन की कमी को मापने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर प्रत्येक ग्राम पंचायत पर ग्राम विकास अधिकारी, सरपंच, वार्ड पंच, पटवारी, बीएलओ, आशा सहयोगिनी एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कोविड सैम्पलिंग को बढ़ाने के निर्देश भी दिए. जिला कलेक्टर ने रटलाई सीएचसी में ग्रामीणों की मांग पर विधायक कोष या विभागीय फण्ड से राशि उपलब्ध कराने की जानकारी प्राप्त कर एम्बुलेंस उपलब्ध कराने के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए.
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इस दौरान जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बीटी, उपखण्ड अधिकारी झालावाड़ मुहम्मद जुनैद, उपखण्ड अधिकारी अकलेरा संतोष कुमार मीणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. साजिद खान, तहसीलदार झालरापाटन गोपाल सिंह, तहसीलदार अकलेरा रामनिवास मीणा, विकास अधिकारी बकानी शिवसिंह पोसवाल, विकास अधिकारी अकलेरा कैलाश चन्द मंीणा, रटलाई सरपंच राजू लाल भील, पूर्व सरपंच छगन सिंह, व्यापार संघ के पदाधिकारी राजेन्द्र गुप्ता, भालता पूर्व सरपंच फूल सिंह और व्यापार संघ के पदाधिकारी रामरतन राठौर सहित अन्य उपस्थित रहे. जिला कलक्टर ने बकानी थाने का निरीक्षण भी किया. उन्होंने निरीक्षण के दौरान थानाधिकारी से एफआईआर, क्राइम केसेज और कोविड संक्रमण की सख्ती से रोकथाम के संबंध में जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
राजस्थान-मध्यप्रदेश बॉर्डर निरीक्षण
जिला कलेक्टर ने माचलपुर रोड पर राजस्थान-मध्यप्रदेश बोर्डर का मौका निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान मध्यप्रदेश से आने वाले व्यक्तियों के संबंध में बॉर्डर स्थित चौकी प्रभारी से जानकारी लेकर कोविड गाइडलाइंन की सख्ती से पालना के निर्देश दिए.