झालावाड़. चक्रवाती तूफान तौकते के कारण चली तेज हवाओं से शॉट सर्किट होने के कारण सेटेलाइट अस्पताल झालरापाटन में आग लगने की सूचना अधिकारियों को पुलिस कन्ट्रोल रूम से प्राप्त हुई. सूचना मिलने पर सबसे पहले झालरापाटन के नायब तहसीलदार गंगाराम गूर्जर घटनास्थल पर पहुंचे. इसके तुरन्त बाद ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मय जाप्ता सेटेलाइट अस्पताल पहुंची.
पुलिस लाईन झालावाड़ से जवान, जिला अस्पताल से एम्बुलैंस मय ऑक्सीजन एवं फर्स्टएड बॉक्स और सिविल डिफेन्स के वॉलियेन्टर्स ने घटना पर पहुंचकर व्यवस्थाएं संभाली. अधिकारियों और कर्मचारियों के घटना स्थल पर पहुंचने पर पता चला कि चक्रवाती तूफान तोकते से उत्पन्न आपात स्थिति से निपटने के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं को जांचने और परखने के लिए झालरापाटन स्थित सेटेलाइट अस्पताल में आग लगने पर वहां भर्ती कोविड मरीजों एवं उनके परिजनों को किस प्रकार अस्पताल के बाहर निकाला जाए एवं आग बुझाई जाए इसके लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग की ओर से संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है.
मॉक ड्रिल का पता चलते ही सभी ने राहत की सांस ली. अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बताया कि मॉक ड्रिल प्रोटोकॉल के तहत प्रतीकात्मक रूप से कुछ मरीजों को एम्बुलैंस में शिफ्ट किया गया और अस्पताल के बाहर लगाई गई. आग को फायर बिग्रेड ने बुझाया.
इस दौरान जिला कलक्टर हरि मोहन मीना, अतिरिक्त जिला कलक्टर दाताराम, पुलिस अधीक्षक डॉ किरन कंग सिद्धू और उपखण्ड अधिकारी झालावाड़ मुहम्मद जुनैद और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. साजिद खान भी मौके पर पहुंचे.