झालावाड़. जिले के झालरापाटन स्थित नवलखा किले पर बने स्मृति वन में मंगलवार को अचानक आग लग गई. आग इतनी भयावह थी कि देखते ही देखते वहां बनी झोपड़ियों उसकी चपेट में आ गई. साथ ही स्मृति वन में लगे पेड़ पौधे जलकर खाक हो गए. सूचना मिलने पर झालरापाटन नगरपालिका की दमकल और झालावाड़ नगर परिषद से दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची. इस दौरान दमकलकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. लेकिन तब तक किले की पहाड़ी के एक बड़े हिस्सा की वन संपदा जलकर खाक हो गई.
दो दिन पहले भी किले की पहाड़ी पर आग से कई पेड़ पौधे जलकर खाक हो गए थे. इसके बाद मंगलवार को एक बार फिर आग लगने से काफी नुकसान होने की बात कही जा रही है. आपको बता दें कि हर साल पतझड़ के दौरान यहां गर्मी के सीजन में आग लगने की घटनाएं होती रही हैं. बावजूद इसके वन विभाग की ओर से ऐसी घटनाओं के रोकथाम की दिशा में अब तक कोई पुख्ता कदम नहीं उठाया गया है. इधर, एक ओर वन विभाग हर साल वृक्षारोपण पर हजारों लाखों रुपए खर्च करता है तो वहीं नवलखा किले की पहाड़ी पर स्थित स्मृति वन में आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए कोई पहल नहीं हो रही है.
इसे भी पढ़ें - Ajmer Gas Tanker Accident: ट्रेलर से भिड़ा गैस टैंकर, विस्फोट के साथ फैली आग...चालकों समेत 4 की मौत
झालावाड़ शहर से महज सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित नवलखा किले की पहाड़ी पर वन विभाग द्वारा स्मृति वन का निर्माण कराया गया है. यहां हर साल विभाग की ओर से लाखों रुपए खर्च कर पौधरोपड़ कराया जाता है. लेकिन इनकी सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है. ऐसे में हर साल गर्मी के दौरान स्मृति वन में आग लगने से नीम, बरगद, पीपल, आम, जामुन, शीशम, गुलमोहर कनेर जैसे पौधे जलकर स्वाहा हो जाते हैं.