झालावाड़. कांग्रेस नेता प्रमोद शर्मा ने कलेक्टर की ओर से औचक निरीक्षण करने के फैसले को सही ठहराया है. साथ ही उन्होंने गैर हाजिर रहने वाले डाक्टरों को नेतागिरी न करके ड्यूटी करने की नसीहत दी है.
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कोरोना काल में झालावाड़ जिले के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में लगातार सरकारी डॉक्टरों की गैर हाजिरी की शिकायत के बाद जिला कलेक्टर ने जिले भर में अधिकारियों से अस्पतालों का औचक निरीक्षण करवाया, जिसमें कई चिकित्सकों के गैरहाजिर रहने का मामला सामने आया. इस निरीक्षण के बाद अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सा संघ ने सीएमएचओ को मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा था. साथ ही प्रशासन को चेतावनी भी दी थी.
इसी मामले को लेकर बुधवार को कांग्रेस नेता प्रमोद शर्मा ने एक प्रेस वार्ता की. जिसमें उन्होंने प्रशासन की कार्रवाई को सही ठहराते हुए अखिला राजस्थान सेवारत चिकित्सा संघ को इस कोरोना महामारी काल में आम जनता की सेवा करने और नेतागिरी न करने की नसीहत भी दी.
कांग्रेस नेता प्रमोद शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में कई जगहों पर चिकित्सकों ने अपने कर्तव्य से विमुख होकर सरकारी अस्पतालों में अपनी सेवाएं न देकर अपने निजी क्लीनिक और दूसरे नर्सिंग होम में सेवाएं देकर व्यवसाय किया है. ऐसे में प्रशासन की ओर से उनकी गैर हाजिरी की शिकायत पर जांच करवाना और निरीक्षण करवाना पूरी तरह से उचित कार्रवाई है.
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शर्मा ने डॉक्टर्स को नसीहत देते हुए कहा कि वे लोग आम जनता की सेवा करने के बदले सरकार से वेतन लेते हैं तो उन्हें जनता की सेवा करनी चाहिए. लेकिन, डॉक्टर्स सरकार पर दबाव बनाकर पूरी तरह से तानाशाही रवैया अपना रहे हैं, जो कि पूरी तरह से गलत है. उन्होंने कहा कि यदि अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सा संघ कोरोना महामारी काल में सरकार और प्रशासन पर दबाव बनाकर ब्लैकमेल करेगा तो पूरी कांग्रेस पार्टी प्रशासन के साथ खड़ी है और ऐसे चिकित्सकों का घेराव कर उनका विरोध किया जाएगा.