झालावाड़. कोरोना वायरस के चलते घोषित किए गए लॉकडाउन में लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या अपने घरों पर पहुंचने की सामने आई है. लॉकडाउन के कारण लोग जहां थे वहीं पर फंस गए हैं. इसी बीच देशभर से मजदूरों के पलायन की खबरें भी सामने आ रही है. जहां पर कई मजदूर पैदल ही अपने घर की तरफ लौटते हुए नजर आ रहे हैं, तो कई मजदूर किराये के वाहनों में जाते हुए नजर आ रहे हैं.
पलायन के इस दौर में हम आपको एक ऐसे कोरोना वॉरियर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने खुद की अक्षमताओं को अपनी ताकत बनाया और इस मुश्किल की घड़ी में मजदूरों के लिए सहायता के लिए लगातार काम कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं झालावाड़ के संजीव वर्मा की जिन्होंने दिव्यांग होते हुए भी सैंकड़ो मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचने में मदद की.
संजीव वर्मा ने बताया, कि ज्यादातर मजदूर अनपढ़ और निरक्षर है. ऐसे में उनको ईःपास बनाने की प्रक्रिया की जानकारी का अभाव है. जिसके चलते मजदूर ईःपास नहीं बनवा पा रहे थे. उन्होंने अपने इंटरनेट और सरकारी प्रक्रिया के ज्ञान का उपयोग लोगों को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाने के लिए किया. बता दें, कि संजीव वर्मा ने करीबन 500 से अधिक मजदूर जो राजस्थान के कई अन्य जिलों में फंसे हुए थे उनको अपने घरों तक पहुंचाने में मदद की है.