झालावाड़. कांग्रेस नेता और लोकसभा प्रत्याशी प्रमोद शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के ऊपर जल स्वावलंबन योजना में घोटाले का गंभीर आरोप लगाया है. प्रमोद शर्मा ने प्रेस वार्ता में मीडिया से बात करते हुए कहा कि वैसे तो राजस्थान में वसुंधरा राजे ने भ्रष्टाचार के अनेकों आयाम खड़े किए हैं. जिसकी पुष्टि पूर्व उपराष्ट्रपति और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत ने वसुंधरा राजे के 2003 से 2008 वाले कार्यकाल में 22 हजार करोड़ घोटाले का पर्दाफाश करते हुए किया था. अब फिर एक बार वसुंधरा राजे ने घोटाला किया है.
वसुंधरा राजे के कार्यकाल में बड़ा घोटाला
कांग्रेस नेता प्रमोद शर्मा ने बताया कि अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान साल 2016 में वसुंधरा राजे ने जल स्वावलंबन योजना शुरू करने का निर्णय लिया. शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना का एक सरकारी योजना होने के कारण इसका बजट तय होना चाहिए था, लेकिन इसका बजट ही तय नहीं किया गया. शर्मा ने वसुंधरा राजे पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वालंबन योजना के तहत झालावाड़ जिले में भामाशाहों व दानदाताओं की ओर से कुल 2472 लाख रुपए दिए गए थे. वहीं इस योजना के लिए राज्य सरकार की ओर से 1899 लाख रुपए के बजट से प्राप्त हुए थे.
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2499 लाख रुपये के घोटाले का राजे पर आरोप
ऐसे में झालावाड़ में इस योजना के लिए कुल 4 हजार 371 लाख रुपए कुल रुपए मिले. लेकिन वसुंधरा राजे ने कागजों में कुल 1 हजार 872 लाख की राशि का व्यय होना ही बताया है. जबकि अगर अब बची हुई राशि बात करें तो कुल अवशेष राशि मात्र 27 लाख ही बताई गई है. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि अब इन कुल रुपयों से 2 हजार 499 लाख रुपये कहां गए. जिसका कुछ पता नहीं है. इसी राशि को लेकर कांग्रेस नेता प्रमोद शर्मा ने वसुंधरा राजे पर घोटाले का आरोप लगाया है.
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जल स्वावलंबन योजना सिर्फ एक छलावा
उनका आरोप है कि इस राशि को लेकर वसुंधरा राजे ने बड़ा घोटाला किया है. शर्मा ने जल स्वावलंबन योजना के तहत किए गए कार्यों की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि इस योजना के द्वारा एक भी जगह पर कार्य सही ढंग से नहीं हुआ है और जहां पर भी कार्य किया गया. वो कार्य आज अस्तित्व में नहीं है. ऐसे में ये योजना वसुंधरा राजे का सिर्फ एक छलावा थी.