झालावाड़. वसुंधरा राजे के गढ़ कहे जाने वाले झालावाड़ में इस बार बीजेपी के सामने झालावाड़ नगरपरिषद और झालरापाटन नगर पालिका में बोर्ड बनाने की चुनौती है. वहीं, कांग्रेस दोबारा से वसुंधरा के गढ़ में सेंध मारने की तैयारी में जुटी हुई है. ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि वसुंधरा राजे अपना गढ़ बचा पाती हैं या कांग्रेस दोबारा से वसुंधरा के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाब होगी. नगर निकाय चुनाव अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुके हैं.
चुनाव में जीत के लिए दोनों पार्टियां पूरी जोर आजमाइश कर रही है. इन नगर निकाय चुनावों को कई नेताओं की साख से जोड़कर भी देखा जा रहा है. ऐसे में बात करें वसुंधरा राजे के गढ़ कहे जाने वाले झालावाड़ जिले की तो यहां पर 1 नगर परिषद और 4 नगर पालिकाओं में चुनाव है. जिनमें से 3 निकायों पर भारतीय जनता पार्टी और 2 पर कांग्रेस का कब्जा है, लेकिन वसुंधरा राजे के निर्वाचन क्षेत्र में आने वाली झालावाड़ नगर परिषद और झालरापाटन नगर पालिका दोनों में ही कांग्रेस का बोर्ड है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी पूरे दमखम के साथ यहां अपना बोर्ड बनाने के अलावा भवानी मंडी, अकलेरा और पिड़ावा नगरपालिका में बोर्ड बचाने में जुटी हुई है.
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वहीं, कांग्रेस झालावाड़ और झालरापाटन नगर पालिका में बोर्ड बनाकर वसुंधरा राजे को दोबारा झटका देने में जुटी हुई है. इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने आम जनता से बात की तो जनता से मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आई. लोगों ने बताया कि 5 साल के कार्यकाल में कांग्रेस अपने आपसी झगड़े में ही उलझी रही और जनता के लिए कुछ काम नहीं किया. फिर भी दोनों पार्टियों में कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी. आम जनता ने बताया कि इस चुनाव में निर्दलीय भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.
ऐसे में बड़ी संख्या में निर्दलीयों के जीतकर आने की संभावना है. जो बोर्ड बनाने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे. वहीं, कुछ लोगों ने बताया कि पिछले 5 साल में शहर में काम तो हुआ है लेकिन अभी भी बहुत काम की गुंजाइश है. शहर में साफ-सफाई और लाइट की व्यवस्था भी अच्छे से की जानी चाहिए. भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष संजय जैन का कहना है कि बीजेपी ने समर्पित और निष्ठावान कार्यकर्ताओं को टिकट दिया है. ऐसे में इस बार वो पूरी तैयारी के साथ चुनावी मैदान में है और विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच में जा रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शहर में जो सड़के बनाई थी उनको खोदकर पाट दिया गया है. इसके अलावा पेयजल की व्यवस्था के लिए करोड़ों रुपए का बजट आया था, लेकिन अभी तक शहर वासियों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो पाया है. बीते 5 सालों में कांग्रेस ने नगर परिषद में सिर्फ भ्रष्टाचार का विकास किया है. ऐसे में उसका जवाब देने के लिए जनता इस बार पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी को वोट देने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि इस बार हम हमारी तैयारियों को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है और झालावाड़ नगर परिषद और जिले की चारों नगर पालिकाओं में भारी बहुमत से बोर्ड बनाएंगे.
वहीं, झालावाड़ नगर परिषद से कांग्रेस के सभापति रहे मनीष शुक्ला का कहना है कि तैयारियां तो उनको करनी पड़ती है. जो जनता के बीच में नहीं होते है. उन्होंने अपने 5 साल के कार्यकाल में शहर में अनेक जन हित के कार्य करवाए हैं. ऐसे में वो इस बार भी पूरी तरह से तैयार है और जनता के बीच में जा रहे हैं तो उन्हें सभी समाजों का भरपूर स्नेह और समर्थन मिल रहा है. ऐसे में निश्चित तौर पर इस बार भी झालावाड़ में कांग्रेस का बोर्ड बनने जा रहा है.