झालावाड़. कोरोना वायरस का कहर न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में देखा जा रहा है. इसी के चलते राजस्थान में भी धारा 144 लागू की जा चुकी है. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम झालावाड़ के समाज कल्याण विभाग के बीआर अंबेडकर हॉस्टल का रियलिटी चेक करनी पहुंची. जहां हमने जानने का प्रयास किया कि वहां पर कोरोना वायरस के संक्रमण से विद्यार्थियों को बचाने के लिए विभाग की ओर से क्या व्यवस्था की गई है.
जब हमने होस्टल में रह रहे विद्यार्थियों से बात की तो उन्होंने वहां के हालात बताए, जो कि वाकई में काफी चिंताजनक थे. विद्यार्थियों का कहना है कि उन्होंने कोरोना वायरस का नाम तो सुना है, लेकिन इससे किस तरह से बचना है, उनको नहीं बताया गया. उन्होंने बताया कि होस्टल में उनको मास्क और सेनिटाइजर भी नहीं दिया गया है.
इस बारे में जब छात्रों ने वार्डन से मांग की, तो उन्होंने कहा कि इसके लिए लिखित में दे दो. हफ्ते 10 दिन में मास्क और सैनिटाइजर उप्लब्ध हो जाएंगे. बता दें कि हॉस्टल का वार्डन पिछले 2 दिनों से छुट्टी पर गया हुआ है. वहीं हॉस्टल की साफ सफाई के बारे में पता चला कि वहां अब भी नॉर्मल पानी से ही झाड़ू-पोछा किया जा रहा है. जबकि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइट का पोछा लगाना जरूरी है.
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इसके बाद हमने हॉस्टल के मेस का भी जायजा लिया. जहां के हालात भी कुछ ठीक नजर नहीं आए. वहां पर खाना बना रही महिलाओं ने न तो हाथों में दस्ताने पहन रखे थे और ना ही मुंह पर मास्क बांध रखा था. उन्होंने बताया कि उन्हें कोरोना वायरस को लेकर किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई है.
इसके अलावा उनको दस्ताने भी उपलब्ध नहीं करवाए गए हैं. साथ ही वहां पर पोछा मारने और बर्तन धोने की भी कुछ खास व्यवस्था नजर नहीं आई. ऐसे में पूरे हॉस्टल में विद्यार्थियों के लिए सैनिटाइजर, मास्क, हैंड वॉश की व्यवस्था नहीं है और ना ही किचन में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए दस्तानों की व्यवस्था है.