जालोर. सांचोर उपखण्ड मुख्यालय पर चल रहे नशा मुक्ति केंद्र में एक युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. वहीं, इस मामले में एक व्यक्ति का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें एक युवक दो बच्चों को गोद में लेकर बैठा है और अपने भाई सुरेश की हत्या का आरोप नशा मुक्ति केंद्र चलाने वालों पर लगा रहा है.
इस मामले के वीडियो और थानाधिकारी सांचोर के नाम की एप्लिकेशन वायरल होने के बावजूद अभी तक सांचोर थाने में मामला दर्ज नहीं हुआ है. इस मामले को लेकर नशा मुक्ति केंद्र संचालकों से भी बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी तरफ से भी कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है. जानकारी के अनुसार भीनमाल क्षेत्र के भालनी निवासी सुरेश खिलेरी खुद नशा मुक्ति केंद्र में 19 अक्टूबर को अपना इलाज करवाने के लिए भर्ती हुआ था. उसने इस बात की जानकारी अपने भाई बीरबल को दी थी.
इसके बाद 20 अक्टूबर की सुबह चार बजे नशा मुक्ति केंद्र संचालक जयकिशन ने बीरबल राम को उसके भाई की तबीयत खराब होने की जानकारी दी और जब सूचना पर उसने जीजा को अस्पताल भेजा तो गाड़ी में बेहोशी की हालत में सुरेश पड़ा था. जिसके बाद अस्पताल में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. उसके बाद पोस्टमार्टम करवाकर परिजन शव लेकर चले गए. लेकिन अब मामला दर्ज करवाने के लिए भटक रहे हैं, लेकिन पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है.
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मृतक युवक के परिजनों का आरोप है कि मामला दर्ज करवाने के लिए पिछले 7 दिन से दर-दर की ठोकंरे खा रहे है, लेकिन पुलिस द्वारा या नशा मुक्ति केंद्र संचालकों की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है. परिजनों ने बताया कि पुलिस के अधिकारी गुमराह कर रहे है. जिले में बढ़ते नशे की लत को छुड़वाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र संचालित किया जा रहा है. जिसमें एक युवक की संदिग्ध मौत हो जाने के बावजूद अभी तक जिला प्रशासन भी खामोश है. सोशल मीडिया में पूरा मामला वायरल होने के बावजूद जिला प्रशासन की ओर से मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. ऐसे में जिला प्रशासन की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में है.