जालोर. महिला कांस्टेबल गीता की आत्महत्या मामले में परिजनों और प्रशासन के बीच वार्ता सफल हो गई है. तीन दिन परिवार और समाज के लोग शव उठाने को राजी हो गए है. समाज के साथ सफल वार्ता के बाद परिजन शव को उठाने के लिए सहमत हो गए है. जिसके बाद परिजनों व बिश्नोई समाज के लोगों ने धरना खत्म कर दिया है. प्रशासन ने समाज की 5 सूत्रीय मांगों को मान लिया है. साथ ही निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है.
वहीं पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड गठित कर वहीं महिला कांस्टेबल का पोस्टमार्टम किया गया. जिसके बाद अब राजकीय सम्मान के साथ महिला कांस्टेबल गीता का अंतिम संस्कार किया जाएगा. आपको बता दे कि इससे पहले परिजनों और प्रशासन की वार्ता विफल हो गई थी. परिजन डीवाईएसपी ओम प्रकाश उज्वल सहित अन्य 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित करने सहित गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े थे. मौके पर कलेक्टर महेंद्र सोनी व एसपी केशरसिंह शेखावत सांचोर मौजूद थे.
गौरतलब है कि सांचौर पुलिस थाने में कार्यरत महिला कांस्टेबल गीता विश्नोई ने गुरुवार रात को अपने क्वार्टर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट में उसने थानाप्रभारी और एक कांस्टेबल पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाया है. वहीं कांस्टेबल गीता ने सुसाइड से पहले अपने भाई को व्हाट्सअप पर एक सुसाइड नोट भेजा. गीता ने सुसाइड नोट में सांचौर थानाधिकारी पुष्पेन्द्र वर्मा और थाने की महिला कांस्टेबल केलम पर ड्यूटी के नाम पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
सुसाइड करने से पहले 3 बार कॉल किया था
सांचोर थाने में कार्यरत महिला कांस्टेबल गीता के सुसाइड मामले में पुलिस के आला अधिकारी घिरते नजर आ रहे है. परिजन आरोप लगा रहे है कि गीता को पुलिस के अधिकारी परेशान कर रहे थे, जबकि इस मामले में अभी तक पुलिस के आलाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं. गीता के मोबाइल के स्क्रीनशॉट के अनुसार सुसाइड करने से पूर्व डीवाईएसपी ओम प्रकाश उज्ज्वल को 3 कॉल भी किये थे.