जालोर. जिले के चितलवाना उपखंड मुख्यालय पर चल रही मांस की दुकान को बंद कराने की मांग को लेकर ग्रामीण पिछले लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं. ग्रामीणों ने इस दुकान को बंद कराने के लिए पहले भी कई बार चितलवाना कस्बे को बंद रखा था. वहीं कई बार उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर कस्बे में चल रही मांस की दुकान को बंद कराने की मांग की थी, लेकिन प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया. गत सोमवार को ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों को एक ज्ञापन दिया था.
जिसमें अल्टीमेटम दिया था कि 14 मई तक मांस की दुकान का लाइसेंस रद्द करके दुकान को बंद नहीं कराया गया तो उपखंड मुख्यालय पर 14 मई को ग्रामीणों द्वारा धरना-प्रदर्शन व आमरण अनशन किया जाएगा. इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की. जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने उपखंड मुख्यालय के सामने मंगलवार को आमरण अनशन शुरू कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारियों से चितलवाना कस्बे में चल रही मांस की दुकान बंद करने की मांग कई बार की, लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
ग्रामीणों ने बताया कि मांस की दुकान कस्बे के बीचो-बीच संचालित की जा रही है. वहीं इसके कारण चारों तरफ गंदगी बिखरी हुई रहती है. जिसके चलते लोगों को खासा परेशान भी होना पड़ रहा है. वहीं ग्रामीणों के अनुसार प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के चलते वे बुधवार से भूख हड़ताल शुरू करेंगे.