जालोर. सांचौर विधानसभा क्षेत्र में पिछ्ले कई वर्षों से राजकीय महाविद्यालय के लिये आवाज उठाई जा रही थी. विभिन्न संगठनों ने धरना प्रदर्शन करके सरकारों को चेतायने के बाद भी सांचौर विधानसभा क्षेत्र में सरकारी महाविद्यालय नसीब नही हो पा रही थी. शिक्षा के क्षेत्र में सांचौर के अव्वल होने की चलते भी यहां निजी महाविद्यालयों की भरमार हैं. ऐसे मे जो गरीब तब्बके के छात्रों को उच्च अध्ययन के लिये काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था.
सांचौर दौरे पर भरे मंच से हुई सरकारी कॉलेज खोलने की घोषणा
वर्तमान सरकार में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इसी साल 8 फरवरी को सांचौर दौरा था. इस दौरान स्थानीय विधायक और सूबे के वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई ने सीएम गहलोत से क्षेत्र में कॉलेज की प्रमुखता से मांग रखी. उसी दौरान सीएम गहलोत द्वारा भरे मंच से सांचौर के लिए सरकारी कॉलेज खोलने की घोषणा की गयी. वहीं राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सांचौर विधानसभा क्षेत्र में एक के बजाय दो सरकारी महाविद्यालय स्वीकृत हो गए.
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उपखण्ड मुख्यालय पर राजकीय महाविद्यालय की स्वीकृति के बाद प्रवेश प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू कर दी गयी. पहले दिन चिकित्सा अधिकारी डॉ भूपेन्द्र विश्नोई, नेता प्रतिपक्ष बीरबल विश्नोई, कॉलेज प्रिसींपल और निजी विद्यालय संघ के जिलाध्यक्ष सुखराम खोखर, राजेन्द्र राजपुरोहित के आतिथ्य में प्रवेशात्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यवाहक प्राचार्य इमरान खान ने बताया कि महाविद्यालय मे कला संकाय प्रथम वर्ष में 190 सीटों के लिए आवेदन किया जा सकेगा.
'सरकार ने किया अपना वादा पूरा'
वहीं इस आवेदन की अंतिम तिथि 9 सितम्बर है. इस दौरान डॉ विश्नोई ने कहा कि उपखंड मुख्यालय पर सरकारी कॉलेज खुलने से छात्रों को फायदा मिल सकेगा. इस दौरान उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार का आभार जताते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई ने क्षेत्र की जनता से किया वादा पूरा किया है, जिससे क्षेत्र में जल्द ही सरकारी महाविद्यालय के लिए भवन मिल सकेगा.
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कला वर्ग के 7 विषयों पर होगा अध्ययन
प्रवेश सूचि का प्रकाशन 11 सितम्बर को किया जाएगा. मूल दस्तावेज़ों की जांच के बाद शुल्क जमा करवाने की अंतिम तिथि 17 सितम्बर होगी और अंतरिम सूची का प्रकाशन 18 सितम्बर को किया जाएगा. महाविद्यालय में कला वर्ग के सातों विषय- हिन्दी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य, समाजशास्त्र, भूगोल, इतिहास, राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र विषय का अध्ययन होगा.
गरीब तबके के विद्यार्थियों को होगा फायदा
गौरतलब है कि चितलवाना और सांचौर मे राजकीय महाविद्यालय खुलने से गरीब तबके के विधार्थियों को काफ़ी फायदा होगा. बता दें कि महाविद्यालय मे 160 सीटें आरक्षित की गई है. पहले दिन दोनों महाविद्यालय मे 50 से ज्यादा छात्र छात्राओं ने आवेदन किया. इस मौके पर प्रधानाचार्य रामलाल खिलेरी, प्रतिपक्ष के नेता बीरबल पूनिया, सुखराम खोखर, राजेन्द्र राजपुरोहित, बाबुलाल, मनोहर, मोहनलाल गुरू, सहित सैकड़ों अभिभावक और छात्र छात्राएँ उपस्थित रहें. सांचौर और चितलवाना के नवीन राजकीय महाविद्यालयों मे प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने से छात्रों मे काफी उत्साह देखने को मिला.