जालोर. राज्य सरकार ने जिले में मनरेगा के तहत पूरा काम-पूरा दाम नाम से एक अभियान की शुरुआत की है. जिसमें अधिकारियों की ओर से कार्य स्थल का निरीक्षण करने के साथ मॉनिटरिंग करते हुए श्रमिकों से पूरा काम करवाना था. लेकिन अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को राज्य भर में मनरेगा योजना में कार्यरत अभियंता और संविदा तकनीकी कार्मीक सामूहिक अवकाश पर चले गए है.
जिसके कारण जिले में 15 फरवरी तक चलाये जा रहे पूरा काम-पूरा दाम अभियान के कार्यों के पर्यवक्षण एवं संपादन की समस्या खड़ी हो गई. जिसके चलते अब जलग्रहण विकास विभाग के अभियंताओं को इस कार्य के लिए लगाया गया हैं.
पढ़ें- पीराराम धायल बिश्नोई को मिलेगा शाइनिंग वर्ल्ड कंपेशन अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि महातमा गांधी नरेगा योजना में मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार अकुशल श्रमिकों को भारत सरकार की ओर से अधिसूचित मजदूरी दर प्रति दिवस दिलाने के लिए पूरा काम-पूरा दाम अभियान 15 फरवरी तक चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जालोर और आहोर पंचायत समिति में अधिशाषी अभियंता नाथूलाल जैन, भीनमाल पंचायत समिति में अधिशाषी अभियंता दिलीप वर्मा तथा जसवंतपुरा और रानीवाड़ा पंचायत समिति में अधिशाषी अभियंता जेठाराम वर्मा को लगाया गया है.
पढ़ें- जालोरः प्रेमी जोड़े ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान
सायला पंचायत समिति में शंकरलाल शर्मा तथा चितलवाना और सांचोर में किशनाराम गोदारा सहायक अभियंता के रूप में कार्य करेंगे. इसी प्रकार कनिष्ठ अभियंता का कार्य जालोर पंचायत समिति में कृष्ण कुमार, आहोर में भूरी सिंह, सायला में सतनाम सिंह, भीानमाल और जसवंतपुरा में कमलेश, रानीवाड़ा में दाडमाराम, सांचोर और चितलवाना में अंकित जीनगर कार्य करेंगे.
साथ ही बताया कि नियमित अभियंताओं और संविदा तकनीकी कार्मिकों के सामूहिक अवकाश से लौटने तक उक्त अधिकारी और कार्मिक उन्हें आवंटित पंचायत समितियों में अभियान के दौरान कार्य प्रदत्त निर्देशानुसार संपादित करेंगे.