जालोर. जिले के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा कितनी बदहाल हो चुकी है, इसका अंदाजा पिछले दिनों एसडीएम की ओर से किए गए निरीक्षण के दौरान कार्मिकों के गायब होने से ही मिल जाता है. जालोर के सांचोर उपखंड के सबसे बड़े अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिला. जिसके बाद सांचोर उपखण्ड अधिकारी ने पूरे घटनाक्रम के बारे में जिला कलेक्टर महेंद्र कुमार सोनी को पत्र लिखकर अवगत करवाया है.
जानकारी के अनुसार यहां पिछले कुछ समय से राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत कुछ चिकित्सकों के अस्पताल समय के दौरान गैर हाजिर रहने व एक डॉक्टर के निजी अस्पताल में प्रैक्टिस करने की शिकायतें मिल रही थी. जिसके बाद सांचोर एसडीएम भूपेंद्र कुमार यादव ने बीते दो माह में अलग-अलग बार औचक निरीक्षण कर अस्पताल की व्यवस्थाओं को जांचा तो कई चिकित्सा कर्मी व चिकित्सक बिना जानकारी के अनुपस्थित पाए गए थे.
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जिसके बाद 16 जनवरी को भी एसडीएम ने अचानक राजकीय अस्पताल का निरीक्षण किया तो चिकित्सक रघुनाथ बिश्नोई अनुस्थित पाए गए. वहीं कलेक्टर ने निरीक्षण रिपोर्ट से अवगत कराते हुए संबंधित के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कलेक्टर महेंद्र कुमार सोनी को पत्र लिखा है.
पहले 22 नवंबर को किया था निरीक्षण
एसडीएम ने कलेक्टर को लिखे पत्र में बताया कि अस्पताल में समय पर मरीजों का उपचार नहीं करने व ज्यादातर कर्मचारियों के नदारद रहने की शिकायत पर 22 नवम्बर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया था. जिस दौरान डॉ. भैराराम जाणी व डॉ. रघुनाथ बिश्नोई अस्पताल से अनुपस्थित मिले थे. उसके बाद 16 जनवरी को वापस अस्पताल का निरीक्षण किया तो डॉ. रघुनाथ बिश्नोई अस्पताल से अनुपस्थित थे. जिसके बाद एसडीएम ने कलेक्टर को पत्र लिखकर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है.