जालोर. यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग के कारण हजारों भारतीय छात्र यूक्रेन में फंस (Indian Stranded In Ukraine) गए हैं. इनमें राजस्थान के भी सैंकड़ों (Rajasthani Trapped In Ukraine) छात्र है. युद्ध की जानकारी मिलने के बाद सांचौर क्षेत्र के कई परिवार चिंतित है. इन परिवारों के बच्चे यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए गए हुए है. अब परिजन इन बच्चो को वापस भारत लाने की मांग केंद्र सरकार से कर रहे हैं. लगातार हो रहे हमलों के बीच अब परिजन हर घंटे छात्रों से वहा के घटनाक्रम को लेकर अपडेट ले रहे हैं.
जालोर जिले के सांचौर के पांचला निवासी टिकमाराम चौधरी ने बताया कि उसका भतीज दिनेश पुत्र हीराराम चौधरी डेढ़ महीना पहले यूक्रेन के विनित्सीय शहर में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए गया था. जिसके कारण पूरा परिवार चिंतित है. दिनेश ने बताया कि विनित्सिया में दो दिन से हालत खराब है. छात्र कॉलेज कैम्पस में फंसे हुए हैं. उन्होंने बताया कि यहां पर 120 भारतीय फंसे हुए हैं. लेकिन अभी तक सभी पूरी तरह से सुरक्षित है, सभी छात्र जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ना चाहते हैं.
छात्र ने बताया कि जैसे ही खतरे की आहट का सायरन बजता है तो कॉलेज कैंपस में बने बंकर में जाकर छुपना पड़ता है. इसके अलावा भीनमाल की छात्रा आयुषी और भावना भी यूक्रेन की राजधानी कीव में फंसी हुई है. आयुषी ने बताया कि दो महीने पहले मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन की राजधानी कीव में आई थी. कॉलेज में करीबन 500 भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. जो जल्द भारत आना चाहते हैं.
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लेकिन एयर स्पेस बंद होने के कारण यूक्रेन से नहीं निकल पा रहे. वहीं यूक्रेन में जालोर जिले के लोगों के फंसे (People Of Jalore Trapped In Ukraine) होने की जानकारी मिलने के बाद जालोर सिरोही के सांसद देवजी एम पटेल ने भी इन छात्रों से बात कर भारतीय दूतावास को अवगत करवाया है.