रानीवाड़ा (जालोर). जिले के रानीवाड़ा पुलिस थाना में तीन साल पहले होटल व्यावसायी चंपालाल जैन ने एक व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया था. मगर धोखाधड़ी करने वाले दौलपुरा निवासी भगवानाराम उर्फ माधाराम पुरोहित बार-बार उच्चाधिकारियों से जांच बदलवाता रहा.
साथ ही गिरफ्तारी पर स्टे लाया, लेकिन आखिरकार स्टे खारिज होने व दोषी पाए जाने पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. थानाधिकारी मिट्ठूलाल मेघवाल ने बताया कि 23 सितंबर 2017 को चंपालाल जैन ने दौलपुरा निवासी भगवानाराम उर्फ माधाराम पुरोहित के खिलाफ होटल का कारभार भंग कर धोखाधड़ी करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
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वहीं करीब तीन साल से भगवानाराम पुरोहित के खिलाफ चल रहे मामले में बार-बार गुनाह साबित होने पर गिरफ्तारी के डर से बार-बार जांच बदलवाता रहा. बता दें कि होटल मालिक चंपालाल जैन की ओर से तकरीबन 10 लाख से ज्यादा का सामान हड़पने और चेक चुराकर बैंक में लगाने का भगवानाराम के खिलाफ मुकदमा चल रहा था.
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थानाधिकारी मेघवाल ने बताया कि धोखाधड़ी मामले में भगवानाराम पुरोहित से गहनता से अनुसंधान जारी है. ऐसा ही एक मामला भरतपुर के कामां मेवात क्षेत्र में ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है. दरअसल, यहां गजब तो तब हुआ जब ठग ने ऑनलाइन मैसेज भेजकर थानाधिकारी को ही बाइक बेचने का झांसा दे दिया. फिलहाल, थानाधिकारी ने टीम गठित कर ठग को गिरफ्तार कर लिया है और आरोपी से पूछताछ जारी है.