जालोर. राजस्थान पथ परिवहन निगम में सेवा देकर रिटायर्ड होने वाले कर्मचारियों को उनके हक का पैसा पिछले चार साल से नहीं मिल रहा है. उनके पैसों पर सरकार कुंडली मार कर बैठी हुई है. इसी मांग को लेकर रिटायर्ड कर्मचारी कई बार धरना प्रदर्शन और परिवहन मंत्री से मिल चुके है, लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है.
ये बात आरएसआरटीसी रिटायर्ड एम्प्लाईज एसोसिएशन की जिला बैठक में जिलाध्यक्ष मोहम्मद यासीन चढ़ा ने कहीं. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार को रोडवेज की समस्याओं को लेकर कई बार ज्ञापन देकर अवगत करवाया गया है. पिछली 4 फरवरी को परिवहन मंत्री और निगम के मुख्य प्रबंधक से वार्ता भी हुई थी. जिसमें रिटायर्ड होने वाले कर्मचारियों के बकाया पैसों का जल्द भुगतान करने सहित अन्य समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया, लेकिन अभी तक समस्या जस की तस है.
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उन्होंने बैठक में बताया कि राजस्थान पथ परिवहन निगम में जगह-जगह कंडम और खटारा गाड़ियों का संचालन किया जा रहा है. जिसके कारण 2 हजार नई बसे खरीदने, 7वें वेतन आयोग को लागू करने, रोडवेज में नई भर्ती करने, रोडवेज बस स्टेशन से निजी बसों का स्टेशन 2 किमी दूर स्थापित करने और ठेकेदार रणवीर सिंह की ओर से कर्मचारियों के रोके गए पैसे दिलवाने की मांग की. उन्होंने कहा कि निगम के कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा.