जालोर. कोविड-19 को लेकर चल रहे लॉकडाउन में राज्य सरकार ने किसानों को राहत देते हुए फसल खरीद शुरू करवा दी है. रबी की फसल में सरसों और चने के फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदे जा रहे हैं. जिसके लिए 5 कृषि उपज मंडियों के अलावा 48 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में खरीद केंद्र बनाए गए हैं.
इन ग्राम सेवा सहकारी समितियों में 1 मई से किसानों की फसल समर्थन मूल्य खरीदने की प्रकिया शुरू होनी थी. शुक्रवार को आठ दिन बीत के बाद 5 कृषि मंडियों के अलावा 48 में से 31 ग्राम सेवा सहकारी समितियों समर्थन मूल्य पर सरसों और चने की फसल की खरीद शुरू हो पाई है.
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उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां एवं सहायक नोडल अधिकारी नारायण सिंह चारण ने बताया कि शुक्रवार को 5 केवीएसएस और 31 ग्राम सेवा सहकारी समितियों के खरीद केन्द्रों पर 115 किसानों की 2868 क्विंटल सरसों तुलाई. वहीं 20 किसानों की 503 क्विंटल चने की फसल तुलाई हुई है.
उन्होंने बताया कि आहोर, भीनमाल, सांचोर, रानीवाड़ा और जालोर केवीएसएस तथा सांचैर में बिजरोल, दांता, आकोली, निम्बाऊ और सांकड़ ग्राम सेवा सहकारी समितियों पर, भीनमाल में भीनमाल, कावतरा, मिंडावास, चैनपुरा, वाड़ाभाड़वी व नरसाणा में, रानीवाड़ा की धानोल, रतनपुर, मालवाडा आर व कूड़ा, जालोर की चूरा, सायला, मेंगलवा, तिलोड़ा, थलवाड़ व सियाणा में और आहोर की आहोर, पादरली, काम्बा, बाला, हरजी, पावटा, भाद्राजून, निम्बला, सुगालिया जोधा, घाणा, सेलड़ी व मालगढ़ में चना और सरसों की फसल की तुलाई हुई है.
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लॉकडाउन के कारण पहले टालनी पड़ी थी तुलाई
किसानों से समर्थन मूल्य पर सरसों और चने की फसल खरीद केंद्रों पर मार्च में तुलाई होनी थी. लेकिन, अचानक लॉकडाउन लागू होने से खरीद को टाल दिया था. जिससे किसानों के सामने घर खर्च चलाने की समस्या खड़ी हो गई. ऐसे में किसानों को राहत देने के लिए पहली बार ग्राम सेवा सहकारी समिति स्तर पर खरीद केंद्र बनाए गए है. लेकिन, तुलाई की रफ्तार धीमी होने के कारण किसान अपनी फसल बेचने को लेकर परेशान हो रहे है.