रानीवाड़ा (जालोर). महात्मा गांधी मनरेगा गारंटी योजना कोरोना काल में वरदान साबित हो रही है. लेकिन जसवंतपुरा ग्राम पंचायत द्वारा कई मजदूरों के नाम मस्टररोल से काटने पर विशेष कर प्रवासी मजदूर रोजगार से वंचित हो गए है. ऐसे में सैकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूर विशेष कर महिलाओं ने ग्राम पंचायत जसवंतपुरा कार्यालय पहुंच कर विरोध जताया.
इनका कहना था कि करीब 400 मजदूरों द्वारा आवेदन किया गया था, मगर अब सिर्फ 120 मजदूरों के ही नाम मस्टररोल में आए है, बाकी लोगों को काम नहीं मिला. मजदूरों का आरोप है कि चहेतों को बार-बार काम मिल रहा है, बाकी लोगों को सिर्फ दो चार हफ्तों के लिए ही काम दिया जा रहा है. ग्राम विकास अधिकारी ओमप्रकाश विश्नोई ने बताया कि वन विभाग द्वारा कोई आवेदन नहीं आने पर मजदूरों की कटौती की गई है.
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बिना मास्क सामान बेच रहे दुकानदारों के काटे चालान-
जसवंतपुरा में कोरोना वायरस को लेकर तहसीलदार रामलाल मीणा के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल लालाराम सहित पुलिस टीम द्वारा मुख्य बाजार, बस स्टैंड सहित अन्य स्थानों पर बिना मास्क के दुकानदारों द्वारा सामान बेचते पाए जाने पर करीब 10 चालान काटे गए. इस दौरान तहसीलदार मीणा ने दुकानदारों को सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन की पालन करने का आग्रह किया.