जालोर. आदर्श विद्या मंदिर माध्यमिक रानीवाड़ा में मातृ शक्ति सम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने सरस्वती प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया. सम्मेलन में रानीवाड़ा प्रधान रमीला मेघवाल ने कहा कि परिवार को संस्कारित करने में मां की अहम भूमिका होती है.
उन्होंनें कहा कि महिलाओं की किसी भी परिवार को सुधारने में अहम भूमिका रहती है. महिलाओं को प्रतिज्ञा लेनी चाहिए कि राष्ट्रहित में परिवारों में सकारात्मक संस्कार देने और संस्कारों से परिवार की नींव मजबूत होती है. उसके लिए मातृ शक्ति को प्रयास करने चाहिए.
शिक्षा के साथ बालक को संस्कार देना चाहिए. व्याख्याता सुमन बिश्नोई ने कहा कि बालक को संस्कारवान बनाने में माता को अहम योगदान होता है. बालक को संयुक्त परिवार में रखने का प्रयास करना चाहिए. व्याख्याता बिंदु चंद्रानी ने कहा कि वर्तमान समय में बालक को संस्कारित करने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी मां की होती है. भारत माता की संस्कृति सभ्यता को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है. हमारी संस्कृति सर्वश्रेष्ठ है, भारत विश्व गुरु था और रहेगा. संपूर्ण विश्व भारत से अपेक्षा कर रहा है.
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वहीं जिला आदर्श शिक्षा सेवा प्रमुख कान्तिलाल सूर्या ने कहा कि बालक को राष्ट्र भक्ति के उदाहरण देकर देश के प्रति जागरूक करना चाहिए. सभी धर्म और ग्रन्थ में एक शब्द को मां कहा जाता है. गृहिणी समदादेवी चौधरी, रानीवाड़ा प्रधान रमीला मेघवाल, राजकीय महाविद्यालय रानीवाड़ा की व्याख्याता सुमन बिश्नोई राजकीय महाविद्यालय की व्याख्याता बिंदु चंद्रानी और जिला आदर्श शिक्षा सेवा प्रमुख कान्तिलाल सूर्या के मुख्य आतिथ्य में समारोह का आयोजन किया गया.