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जालोर: बच्चों और गर्भवती महिलाओं को लगे जीवनरक्षक टीके, कोरोना को लेकर भी किया जागरूक - Life saving vaccines

जालोर में गुरुवार को शहर और ग्रामीण स्तर पर बच्चों और गर्भवती को कोविड-19 संक्रमण से बचाव के संबंध में जागरूक किया गया. साथ ही गर्भवती महिलाओं और जन्म से 5 साल तक के बच्चों के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत विभिन्न जानलेवा बीमारियों से बचाव के टीके लगाए गए और आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण सेवाएं प्रदान की गई.

Life saving vaccines, जालोर न्यूज़
जालोर में लगाए गए जीवनरक्षक टीके
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Published : Jun 25, 2020, 9:39 PM IST

जालोर. जिले में चलाए जा रहे कोविड-19 जन-जागरूकता अभियान के तहत गुरुवार को शहर और ग्रामीण स्तर पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण शिविर आयोजित किए गए. इस दौरान कोविड-19 संक्रमण से बचाव के संबंध में भी जागरूक किया गया. जिले में इस तरह मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का 393वां सत्र संपन्न हुआ. इसमें 3955 बच्चों और 1818 गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य जांच के बाद ही जीवनरक्षक टीके लगाए गए हैं.

पढ़ें: प्रदेश में अटकी हुई शिक्षा विभाग की भर्तियों को पूरा करने की प्रक्रिया शुरू: शिक्षा मंत्री

सीएमएचओ डॉ. गजेन्द्र सिंह देवल ने बताया कि जिले में मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का 393वां सत्र संपन्न हुआ. इसमें 3955 बच्चों और 1818 गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच कर जीवनरक्षक टीके लगाए. कोविड-19 प्रभावित कंटेनमेंट जोन को छोड़कर बाकी सभी इलाकों के आंगनबाड़ी केंद्रों, सीएचसी और पीएचसी पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और अन्य सावधानियों का पालन कर मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (एमसीएचएन डे) का आयोजन हुआ.

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सीएमएचओ डॉ. गजेन्द्र सिंह देवल ने बताया कि गर्भवती महिलाओं और जन्म से 5 साल तक के बच्चों के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत विभिन्न जानलेवा बीमारियों से बचाव के टीके लगाए गए और आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण सेवाएं प्रदान की गई. गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व एएनसी जांच भी हुई. इस दौरान जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, एलएचवी, बीएएफ, पीएचएस द्वारा टीकाकरण सत्रों की मॉनिटरिंग और निरीक्षण किया गया.

जालोर. जिले में चलाए जा रहे कोविड-19 जन-जागरूकता अभियान के तहत गुरुवार को शहर और ग्रामीण स्तर पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण शिविर आयोजित किए गए. इस दौरान कोविड-19 संक्रमण से बचाव के संबंध में भी जागरूक किया गया. जिले में इस तरह मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का 393वां सत्र संपन्न हुआ. इसमें 3955 बच्चों और 1818 गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य जांच के बाद ही जीवनरक्षक टीके लगाए गए हैं.

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सीएमएचओ डॉ. गजेन्द्र सिंह देवल ने बताया कि जिले में मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का 393वां सत्र संपन्न हुआ. इसमें 3955 बच्चों और 1818 गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच कर जीवनरक्षक टीके लगाए. कोविड-19 प्रभावित कंटेनमेंट जोन को छोड़कर बाकी सभी इलाकों के आंगनबाड़ी केंद्रों, सीएचसी और पीएचसी पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और अन्य सावधानियों का पालन कर मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (एमसीएचएन डे) का आयोजन हुआ.

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सीएमएचओ डॉ. गजेन्द्र सिंह देवल ने बताया कि गर्भवती महिलाओं और जन्म से 5 साल तक के बच्चों के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत विभिन्न जानलेवा बीमारियों से बचाव के टीके लगाए गए और आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण सेवाएं प्रदान की गई. गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व एएनसी जांच भी हुई. इस दौरान जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, एलएचवी, बीएएफ, पीएचएस द्वारा टीकाकरण सत्रों की मॉनिटरिंग और निरीक्षण किया गया.

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