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भारतमाला प्रोजेक्ट के विरोध में किसानों का 20वें दिन भी धरना जारी - किसानों का धरना

जालोर में भारतमाला एक्सप्रेस-वे में अवाप्त भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसानों का धरना जारी है. इस धरने के 20वें दिन बड़ी संख्या में किसान शामिल रहे. किसानों का कहना है, कि इतने कम दाम में सरकार को जमीन नहीं देंगे.

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किसानों का धरना
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Published : Dec 26, 2019, 12:07 PM IST

भीनमाल (जालोर). भारतमाला एक्सप्रेस-वे में अवाप्त भूमि अधिग्रहण के विरोध में बगौड़ा मुख्यालय पर 20वें दिन भी धरना जारी रहा. इस महापड़ाव में हजारों किसान शामिल हुए. किसानों की मांग है, कि सरकार अवाप्त भूमि का उचित मुआवजा दे.

किसानों का धरना

वहीं धरने में शामिल सुप्रीम कोर्ट के वकील और किसान नेता रमेश दलाल ने कहा, कि देश में किसानों को अपनी भूमि का मालिकाना हक मिला हुआ है. जबकि राजस्थान में यह नियम लागू नहीं है. जिससे यहां के किसानों के खेत की गिरदावरी में सरकार नाम दर्ज हो रखा है. जब तक पहले इस भारतमाला एक्सप्रेस-वे में अवाप्त भूमि का मुआवजा नहीं मिलता है. किसानों को अपनी फसलों का भाव नहीं मिल रहा है और महंगाई ने कमर तोड़ कर रख दी है. इसके लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. जिसमें फसल का मूल्य तो सरकार ने तय कर दिया, लेकिन खरीद की गारंटी भी हो.

यह भी पढ़ें. विवाहिता आत्महत्या मामले में दिनभर चला गतिरोध खत्म, मृतका का पति और ससुर हिरासत में

साथ ही रमेश दलाल ने किसानों की अवाप्त भूमि को लेकर कानूनी संघर्ष का आह्वान करते हुए कहा, कि हम किसान हैं. कानून और संविधान के दायरे में रहकर हक मांगते हैं. किसानों के साथ ज्यादती या धमकाने का काम प्रशासन ने किया तो सीने पर गोली खाने के लिए यह किसान का बेटा रमेश दलाल सबसे पहले सामने आएगा. उन्होंने किसानों से कहा, कि जो शक्ति यहां महापड़ाव में दिखाई है. ऐसी ही शक्ति कुछ दिनों बाद इससे ज्यादा दिखाई देनी चाहिए. जब तक किसान संगठित रहेगा तो उसका हक कोई नहीं छिन सकता है.

यह भी पढ़ें. टिड्डी प्रभावित किसानों के खेतों का वन और पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई ने लिया जायजा, बीमा क्लेम दिलवाने का दिया आश्वासन

वहीं किसान संघर्ष समिति जिला सयोजक विक्रमसिंह पूनासा ने कहा, कि जबतक किसानों की मांगों पर सरकार कोई निर्णय नहीं लेगी, तबतक यह जिलास्तरीय बेमियादी धरना जारी रहेगा. इस मौके पर किसान संघर्ष समिति जिलाध्यक्ष बद्रीदान चारण, जिला संयोजक विक्रम सिंह पूनासा, जिला उपाध्यक्ष भगवानाराम विश्नोई ने किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम गोमती शर्मा को धरनास्थल पर ही ज्ञापन सौंपा. इस धरने में बड़ी संख्या में महिला किसान भी शामिल रहीं.

भीनमाल (जालोर). भारतमाला एक्सप्रेस-वे में अवाप्त भूमि अधिग्रहण के विरोध में बगौड़ा मुख्यालय पर 20वें दिन भी धरना जारी रहा. इस महापड़ाव में हजारों किसान शामिल हुए. किसानों की मांग है, कि सरकार अवाप्त भूमि का उचित मुआवजा दे.

किसानों का धरना

वहीं धरने में शामिल सुप्रीम कोर्ट के वकील और किसान नेता रमेश दलाल ने कहा, कि देश में किसानों को अपनी भूमि का मालिकाना हक मिला हुआ है. जबकि राजस्थान में यह नियम लागू नहीं है. जिससे यहां के किसानों के खेत की गिरदावरी में सरकार नाम दर्ज हो रखा है. जब तक पहले इस भारतमाला एक्सप्रेस-वे में अवाप्त भूमि का मुआवजा नहीं मिलता है. किसानों को अपनी फसलों का भाव नहीं मिल रहा है और महंगाई ने कमर तोड़ कर रख दी है. इसके लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. जिसमें फसल का मूल्य तो सरकार ने तय कर दिया, लेकिन खरीद की गारंटी भी हो.

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साथ ही रमेश दलाल ने किसानों की अवाप्त भूमि को लेकर कानूनी संघर्ष का आह्वान करते हुए कहा, कि हम किसान हैं. कानून और संविधान के दायरे में रहकर हक मांगते हैं. किसानों के साथ ज्यादती या धमकाने का काम प्रशासन ने किया तो सीने पर गोली खाने के लिए यह किसान का बेटा रमेश दलाल सबसे पहले सामने आएगा. उन्होंने किसानों से कहा, कि जो शक्ति यहां महापड़ाव में दिखाई है. ऐसी ही शक्ति कुछ दिनों बाद इससे ज्यादा दिखाई देनी चाहिए. जब तक किसान संगठित रहेगा तो उसका हक कोई नहीं छिन सकता है.

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वहीं किसान संघर्ष समिति जिला सयोजक विक्रमसिंह पूनासा ने कहा, कि जबतक किसानों की मांगों पर सरकार कोई निर्णय नहीं लेगी, तबतक यह जिलास्तरीय बेमियादी धरना जारी रहेगा. इस मौके पर किसान संघर्ष समिति जिलाध्यक्ष बद्रीदान चारण, जिला संयोजक विक्रम सिंह पूनासा, जिला उपाध्यक्ष भगवानाराम विश्नोई ने किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम गोमती शर्मा को धरनास्थल पर ही ज्ञापन सौंपा. इस धरने में बड़ी संख्या में महिला किसान भी शामिल रहीं.

Intro: बागोड़ा मुख्यालय पर धरने के बीस वे दिन जिले के सभी गांव से महिला भी गाड़ियों में सवार होकर धरना स्थल पर पहुंची। इसी दौरान महिला किसानों में भी काफी आक्रोश देखा गया। महिलाएं महापड़ाव के दौरान लगातार नारे लगा रही थी। उनका कहना था कि किसानों से सरकार कौड़ियों के दाम पर जमीन खरीदना चाह रही लेकिन जालौर के किसान इतने भोले नहीं है इस दाम पर जमीन सरकार को नहीं देंगे महिलाओं का कहना था कि अगर जमीन के लिए कैसा भी संघर्ष करना पड़ा वह करने के लिए तैयार हैं।Body:भारतमाला एक्सप्रेस-वे मे अवाप्त भूमि अधिग्रहण के विरोध में 20 वे दिन जिला स्तरीय धरना के महापडाव मे हजारों किसान शामिल हुए। सुप्रीम कोर्ट के वकील व किसान नेता रमेश दलाल ने कहा कि देश में किसानों को अपनी भूमि का मालिकाना हक मिला हुआ है जबकि राजस्थान में यह नियम लागू नही है। जिससे यहां के किसानों के खेत की गिरदावरी मे सरकार नाम दर्ज हो रखा है। और खातेदार किसान कास्तकार, इसके लिए व गुजरात के पानी की लड़ाई दो माह बाद लड़ेंगे जब तक पहले इस भारतमाला एक्सप्रेस-वे मे अवाप्त भूमि का कई गुना मुआवजा नही मिलता है। उन्होंने आरोप लगाते कहा कि राजस्थान मे किसान आत्महत्या क्यों करता है जिसकी वजह महंगाई दो सौ प्रतिशत ओर तनख्वाह तीन सौ गुणा। किसानों को अपनी फसलों का भाव नही मिल रहा है और महंगाई ने कमर तोड़ रख दी है इसके लिए कानून की लडाई लडेंगे जिसमें फसल मूल्य के लिए नियम और फसल का मूल्य तो सरकार ने तय कर दिया मगर खरीद की गारंटी भी हो। उन्होंने किसानों की अवाप्त भूमि कै लेकर कानूनी संघर्ष का आह्वान करते हुए कहा की हम किसान है और कानून व सविधान के दायरे में रहकर हक मांगते हैं और किसानों के साथ ज्यादती या धमकाने का काम प्रशासन ने किया तो सीने पर गोली खाने के लिए यह किसान का बेटा रमेश दलाल सबसे पहले सामने आएगा। उन्होंने धरतीपुत्रों व उनकी अर्धांगनीयो को कहा कि भारतमाला मे अवाप्त भूमि के पीडितों के साथ यहा हजारों की तादाद में देख गदगद हूँ जो शक्ति आज यहा महापडाव मे दिखाई है ऐसी ही शक्ति कुछ दिनो बाद इससे ज्यादा दिखाई देनी चाहिए जब तक किसान संगठित रहेगा तो उसका हक कोई नहीं छिन सकता है। किसान संघर्ष समिति जिला सयोजक विक्रमसिंह पूनासा ने कहा की जब तक किसानों की मांगो को सरकार कोई निर्णय नहीं लेगी तब तक यह जिला स्तरीय बेमियादी धरना जारी रहेगा। धरना को कई किसान वक्ताओं ने संबोधित किया। इस मौके पर किसान संघर्ष समिति जिलाध्यक्ष बद्रीदान चारण, जिला सयोजक विक्रमसिंह पूनासा, जिला उपाध्यक्ष भगवानाराम विश्नोई, सुरेश व्यास, मोडाराम देवासी, भाखराराम कूका, भोलाराम प्रजापत ने किसानों की विभिन्न मांगो को लेकर प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम गोमती शर्मा को धरनास्थल पर ही ज्ञापन सौंपा।


Conclusion:बाईट - रमेश दलाल, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता
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