जालोर. नगरीय निकाय चुनाव के तहत जालोर नगर परिषद में पार्षदों के लिए 338 आवेदन जमा हुए थे. बुधवार को आपत्तियां मांगी गई थी. आई हुई आपत्तियों के बाद देर रात तक आवेदन पत्रों की विस्तृत जांच की गई. रिटर्निंग अधिकारी ने 123 आवेदनों में कमियां पाए जाने के बाद निरस्त किया. जिसमें वार्ड संख्या 4 से भाजपा की प्रत्याशी सुशीला और वार्ड संख्या 17 से कांग्रेस प्रत्याशी अनिल पंडत का नामांकन खारिज हो गया.
वहीं इससे पूर्व भाजपा की ओर से रिटर्निंग अधिकारी के विरुद्ध चुनाव आयोग को शिकायत भेजी है. जिसमें निर्धारित समय पर आपत्तियों की सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया गया है. भाजपा के अधिवक्ता केशव व्यास ने बताया कि निर्धारित समय मुकर्रर है, लेकिन रिटर्निंग अधिकारी देरी कर रहे हैं जिस कारण शिकायत उन्हें ही की गई, लेकिन उन्होंने शिकायत पत्र नहीं लिया तो चुनाव आयोग को मेल किया गया है.
नगरीय चुनाव के नामांकन जमा कराने की अंतिम तिथि के बाद 6 नवंबर को दोनों पार्टियों की ओर से आपत्तियां दर्ज करवाई गई. दोनों पार्टियों की ओर से 4 आपत्तियां दर्ज करवाई गई. भाजपा ने वार्ड संख्या 17 और 36 तो कांग्रेस ने 4 और 34 के खिलाफ आपत्ति दर्ज करवाई. कांग्रेस ने भाजपा के चार नंबर वार्ड के उम्मीदवार सुशीला गहलोत के खिलाफ आपत्ति दर्ज करवाई गई, जिसमें बताया कि सुशीला गहलोत आशा सहयोगिनी के तौर पर कार्यरत है.
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इसी प्रकार कांग्रेस ने भाजपा के 34 नंबर वार्ड की उम्मीदवार राजेन्द्र टांक के विरुद्ध आपत्ति देकर बताया कि उसके विरुद्ध क्रिमिनल केस हैं. इसी प्रकार भाजपा ने कांग्रेस के 17 नंबर वार्ड के उम्मीदवार अनिल पंडत के विरुद्ध आपत्ति दी, जिसमें बताया कि उनकी पत्नी नगर परिषद में सरकारी कर्मचारी के तौर पर कार्यरत हैं. वहीं 36 नंबर वार्ड के उम्मीदवार मिश्रीमल गहलोत के विरुद्ध दी गई आपत्ति में बताया कि उनकी तीन संतान है, साथ ही नगर परिषद में उनका बेटा कार्यरत है. इन आपत्तियों के बाद आरओ ने भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रमुख पार्टियों के एक-एक प्रत्याशी का नामांकन खारिज कर दिया.