जालोर. जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां निजी स्कूल के टीचर ने तीसरी कक्षा के दलित छात्र (dalit student death) को मटके से पानी पीने पर इतनी बुरी तरह से पीटा कि उसकी मौत हो (student death after teacher beaten him) गई. मामले की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपी शिक्षक को हिरासत में ले लिया गया है.
सायला थाने में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक सुराणा निवासी किशोर कुमार ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसके भाई देवाराम का बेटा इन्द्रकुमार सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में कक्षा तीसरी में पढ़ता है. गत 20 जुलाई को इन्द्रकुमार स्कूल पढ़ने के लिए गया था. इस दौरान मटके से पानी पीने से नाराज शिक्षक छैलसिंह ने इन्द्रकुमार के साथ मारपीट (dalit student beaten by teacher in Jalore) की. रिपोर्ट में आरोप लगाया कि बच्चे के मटकी से पानी पीने के कारण शिक्षक ने बच्चे को थप्पड़ मार (Teacher slapped student) दी, जिससे बच्चे के दाहिने कान और आंख पर अंदरूनी चोटें आई.
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कान में ज्यादा दर्द होने पर इन्द्रकुमार स्कूल के सामने अपने पिता देवाराम की दुकान पर गया और घटना की जानकारी दी. इसके बाद देवाराम बच्चे को मेडिकल की दुकान से दवाई दिलाकर घर ले गया. बच्चे के ज्यादा दर्द होने पर वह बागोड़ा, भीनमाल, डीसा, मेहसाणा, उदयपुर के निजी अस्पतालों में उपचार के लिए घूमता रहा. इसके बाद सिविल अस्पताल अहमदाबाद उपचार के लिए गया. शनिवार को इलाज के दौरान इन्द्रकुमार की मृत्यु हो गई.
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जालोर पुलिस का ट्वीट: जालोर पुलिस ने इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा है कि इस संबंध में आरोपी शिक्षक के विरुद्ध हत्या और SC/ST एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में सीओ जालोर की जांच जारी है. एसपी और सीओ जालोर ने मौके पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली है. आरोपी को पुलिस हिरासत में लिया गया (Jalore teacher arrested for beating student) है. साथ ही मामले की जल्दी जांच के लिए इसे केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया है.
सोशल मीडिया पर कड़ी निंदा: इस पूरे मामले के तूल पकड़ने के बाद भाजपा नेताओं के साथ देशभर से दलित नेताओं की भी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. सभी ने आजादी के अमृत महोत्सव और देश की 75वीं वर्षगांठ के बीच जातिगत भेदभाव को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. साथ ही इस मामले में दोषी अध्यापक के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की भी मांग की जा रही है.
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नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट कर लिखा,'एक तरफ देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. दूसरी तरफ हमारे पश्चिमी राजस्थान के कई हिस्सों में अभी भी सामंतवाद हावी है. जालोर जिले में संकीर्ण मानसिकता से जूझ रहे एक अध्यापक द्वारा पिटाई करने से एक तीसरी कक्षा के दलित छात्र की मृत्यु हो जाना इस बात का प्रमाण है. जिले के सुराणा में विगत दिनों तीसरी कक्षा के छात्र इंद्र मेघवाल द्वारा पानी का मटका छू लेने पर एक अध्यापक द्वारा छात्र के साथ की गई मारपीट के बाद उक्त छात्र की आज मृत्यु हो जाने के दुखद समाचार प्राप्त हुए. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि अध्यापक जैसे पद पर कार्यरत संकीर्ण मानसिकता के एक व्यक्ति द्वारा इतनी बर्बरता के साथ तीसरी कक्षा के बालक के साथ मारपीट की गई कि आखिरकार आज उस बालक को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. प्रकरण को लेकर मैंने जालोर के जिला पुलिस अधीक्षक से दूरभाष पर वार्ता कर उन्हें आरोपी के विरुद्ध कठोरतम से कठोरतम कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
बायतू से विधायक हरीश चौधरी ने ट्वीट में लिखा, जालोर जिले के सुराणा निवासी देवाराम मेघवाल के पुत्र इंद्रकुमार के साथ निजी विद्यालय में मारपीट की गई और इसकी वजह से उपचार के दौरान दम तोड़ने की सूचना मिलने पर सरकार से बातचीत की. दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी. इस मामले में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी.
पानी के मटके को छूने की भी आजादी नही: भीम आर्मी के चंद्र शेखर आजाद ने ट्वीट कर लिखा, देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. वहीं दूसरी तरफ पानी के मटके को छूने पर इतना पीटा गया कि जान ही चली गई. आजादी के 75 साल बाद भी 9 साल के दलित बच्चे को जालोर में जातिवाद का शिकार होना पड़ा. हमें पानी के मटके को छूने की भी आजादी नही, फिर क्यों आजादी का झूठा ढिंढोरा पीट रहे हैं.