जालोर. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष पर जिले में अगस्त क्रांति सप्ताह का शुभारंभ जिला कलेक्टर द्वारा किया गया. इस दौरान गांधी वाटिकाओं के निर्माण और भारत छोड़ो आंदोलन पर संगोष्ठियों का आयोजन भी हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने अमलतास का पौधा लगाकर किया.
इस दौरान कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने भारत छोड़ो आंदोलन विषय पर आयोजित संगोष्ठी में देश की आजादी के लिए प्राणोत्सर्ग करने वाले शहीदों, महापुरूषों को श्रद्धा सुमन अर्पण कर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता का अहिंसा, दर्शन और सिद्धांत आज भी प्रासंगिक है.
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देश को आजादी दिलाने के लिए प्रमुख अस्त्र के रूप में उन्होंने इसका सफल प्रयोग किया था. राष्ट्रपिता ऐसे महापुरूष थे, जिन्होंने विश्व को अहिंसा के मार्ग पर चलकर आगे बढ़ने की राह दिखाई. राष्ट्रपिता के अंहिसा, सत्य और अपरिग्रह के सिद्धांत भारतीय संस्कृति की विशेषताएं हैं.
उन्होंने अगस्त क्रांति सप्ताह के शुभारंभ पर आयोजित कार्यक्रमों में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना और सभी के द्वारा मास्क पहने होने पर हर्ष व्यक्त करते हुए स्वच्छता से रहने का संदेश दिया और सतर्क रहते हुए स्वयं को और अपने परिवार, मोहल्ले, शहर और गांव को कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए कोविड-19 की एडवाइजरी की पालना करने का आव्हान भी किया.
संगोष्ठी में अतिरिक्त जिला कलेक्टर सी.एल.गोयल ने राष्ट्रपिता के महान आदर्शों, अहिंसा, सत्य, नियम और ईश्वर पर विश्वास रखकर सफलता के सोपानों को पूरा करने का संदेश दिया. संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में वीरमदेव राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के इतिहास विभाग एसोशियेट प्रोफेसर वगता राम ने भारत छोड़ो आंदोलन के उद्भव से पूर्व स्वतंत्रता आंदोलन के लिए चलाए गए कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी.
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इस अवसर पर डाइट के व्याख्याता भैराराम चौधरी, एनसीसी अधिकारी अम्बिका प्रसाद तिवारी, कविता तिवारी, सी.ओ. स्काउट एम.आर.वर्मा, मनोज दवे, राज सिंह, रश्मि कंवर, रजिया बेगम, कानाराम चैहान सहित गनमैन चैनाराम और अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे.