जालोर. जिला मुख्यालय के पास महेशपुरा में शनिवार रात को साढ़े दस बजे बड़ा हादसा हो गया. हादसे में जैन तीर्थ यात्रियों से भरी बस रास्ता भटक कर महेशपुरा गांव में पहुंच गई. वहां से वापस मोड़ते समय बिजली के तारों के संपर्क में आने से बस में आग लग गई, जिससे 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से 25 लोग घायल हो गए हैं. घटना की जानकारी के बाद आसपास के लोगों और 108 एम्बुलेंस की मदद से घायलों को राजकीय अस्पताल पहुंचाया. वहीं इस हादसे के बाद प्रशासनिक अमला भी मौके पर पहुंचा और जांच शुरू की.
यह भी पढ़ें- भर्तियों में गड़बड़ी के विवादों के बीच कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा, सरकार ने किया स्वीकार
पुलिस के अनुसार यह जत्था दो बसों में सवार होकर जा रहा था. इस दौरान चालक रास्ता भटक गया और यह बसें महेशपुरा की तरफ पहुंच गई. इस दौरान बसों ने गांव में प्रवेश कर लिया और जब बस चालक को जानकारी मिली कि वह गलत रास्ते पर है, तो वे वापस मुख्य मार्ग की ओर लौट रहे थे.
इस दौरान बिजली के तारों की कम ऊचाई देखते हुए कंडक्टर बस की छत पर चढ़ा और तारों की ऊंचाई देखने लगा, तब तक बस बिजली के तारोंं की चपेट में आ गई और बस में करंट प्रवाहित होने लगा और बस में आग लग गई. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस हादसे में कंडक्टर बस की छत पर ही पूरी तरह से झुलस गया और आग ने विकराल रूप ले लिया. इसके बाद बस के अंदर मौजूद यात्री भी इसकी चपेट में आ गए.
मांडोली से ब्यावर लौट रही थी बस
दो बसों में सवार जैन समुदाय के लोग नाकोड़ाजी और मांडोली नगर की यात्रा करने के बाद जालोर की जैन बोर्डिंग के पास शाम को रुके यहां पर कुछ देर रुकने के बाद चाय नाश्ता करने के बाद आगे के लिए रवाना हुए थे, लेकिन आहोर चौराहे से नेविगेशन के आधार पर गलत दिशा में निकल गए. इसके चलते यह लोग महेशपुरा की तरफ पहुंच गए और यहां पर बिजली के तार की चपेट में आने से हादसा हो गया.
जालोर कोतवाली के थानाधिकारी सीआई लक्ष्मणसिंह ने बताया कि इस हादसे में मृतक सुरमी पत्नी अंकित जैन ब्यावर, सोनल जैन पत्नी अनिल जैन निवासी ब्यावर, चार देवी पत्नी गजराजसिंह जैन निवासी ब्यावर, राजेंद्र जैन पुत्र दौल चंद जैन निवासी अजमेर, धर्मचंद जैन बस चालक और बस का खलासी की मौत हो गई, इसके अलावा दो लोगों की जोधपुर ले जाते वक्त रास्ते में मौत हो गई है.