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जालोर कलेक्टर ने दी चेतावनी, मुफ्त का राशन लेने वाले सक्षम लोगों के खिलाफ होगी कार्रवाई - Jalore Collector Warning

जिले में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लागू है. ऐसे में दिहाड़ी मजदूरों के लिए प्रशासन और भामाशाह निशुल्क भोजन और राशन के पैकेट वितरित कर रहे है. लेकिन कुछ सक्षम लोग गरीब लोगों के हक का राशन बीच में डकारने में लगे हुए है. ऐसे लोगों के खिलाफ कलेक्टर ने कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.

जालोर कलेक्टर की चेतावनी, Jalore Collector Warning
सक्षम परिवारों को राशन लेने पर चेतावनी
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Published : Apr 10, 2020, 7:30 AM IST

जालोर. जिला कलक्टर ने जिले के ऐसे सक्षम व्यक्ति और परिवारों को चेतावनी दी है कि जो जिला प्रशासन की ओर से कोरोना संक्रमण बचाव प्रबन्धन के अन्तर्गत गरीब, जरूरतमंद व्यक्ति और श्रमिकों के लिये निशुल्क वितरित किये जा रहे भोजन के पैकेट्स या खाद्य सामग्री प्रशासन को गुमराह कर ले रहे हैं, उन्होंने कहा है कि जिला और पुलिस प्रशासन ऐसे व्यक्तियों और परिवारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने में किसी प्रकार का दयाभाव या सहानुभूति नहीं रखेगा.

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कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन के ध्यान में आ रहा है कि संपन्न व्यक्ति परिवार, प्रशासन की ओर से गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों के लिये की गई इस व्यवस्था का नाजायज फायदा उठा रहे हैं.ये न तो नैतिक दृष्टि से और न ही कानूनी दृष्टि से उचित है. कलेक्टर गुप्ता ने बताया कि अभी समझाईश कर उन्हें यह कृत्य नहीं करने की चेतावनी दी जा रही है. फिर भी नहीं मानेंगे तो, उन्हें क्वारेंटाईन सेंटर भेज दिया जायेगा. साथ ही उनके विरूद्ध एफआईआर भी दर्ज की जायेगी.

ये पढ़ेंः SPECIAL: लॉकडाउन में अपराध पर 'लॉक', गत वर्ष की तुलना अपराधों में 14 फीसदी की गिरावट

श्रीराम कॉलोनी में सामने आया ऐसा मामला

कलेक्टर ने बताया कि रीको के प्रथम चरण में पक्के मकान के मालिक बार बार निशुल्क राशन के लिए कॉल कर रहे है. पहली बार बुधवार को कॉल किया, उसके बाद गुरुवार को भी कॉल किया. दोनों बार टीम घर पहुंची तो शिकायत करने वाले का परिवार राशन सामग्री खरीदने में सक्षम था. जिसके बाद कलेक्टर को चेतावनी जारी करनी पड़ी है.

जालोर. जिला कलक्टर ने जिले के ऐसे सक्षम व्यक्ति और परिवारों को चेतावनी दी है कि जो जिला प्रशासन की ओर से कोरोना संक्रमण बचाव प्रबन्धन के अन्तर्गत गरीब, जरूरतमंद व्यक्ति और श्रमिकों के लिये निशुल्क वितरित किये जा रहे भोजन के पैकेट्स या खाद्य सामग्री प्रशासन को गुमराह कर ले रहे हैं, उन्होंने कहा है कि जिला और पुलिस प्रशासन ऐसे व्यक्तियों और परिवारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने में किसी प्रकार का दयाभाव या सहानुभूति नहीं रखेगा.

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कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन के ध्यान में आ रहा है कि संपन्न व्यक्ति परिवार, प्रशासन की ओर से गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों के लिये की गई इस व्यवस्था का नाजायज फायदा उठा रहे हैं.ये न तो नैतिक दृष्टि से और न ही कानूनी दृष्टि से उचित है. कलेक्टर गुप्ता ने बताया कि अभी समझाईश कर उन्हें यह कृत्य नहीं करने की चेतावनी दी जा रही है. फिर भी नहीं मानेंगे तो, उन्हें क्वारेंटाईन सेंटर भेज दिया जायेगा. साथ ही उनके विरूद्ध एफआईआर भी दर्ज की जायेगी.

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कलेक्टर ने बताया कि रीको के प्रथम चरण में पक्के मकान के मालिक बार बार निशुल्क राशन के लिए कॉल कर रहे है. पहली बार बुधवार को कॉल किया, उसके बाद गुरुवार को भी कॉल किया. दोनों बार टीम घर पहुंची तो शिकायत करने वाले का परिवार राशन सामग्री खरीदने में सक्षम था. जिसके बाद कलेक्टर को चेतावनी जारी करनी पड़ी है.

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