रानीवाड़ा (जालोर). रानीवाड़ा के पाल गांव में शनिवार को 64वीं 11 वर्षीय जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का समापन समारोह आयोजिन किया गया. प्रतियोगिता का समापन समारोह मुख्य अतिथि एसीबीईओ गजेंद्र कुमार देवासी, कुड़ा सरपंच प्रकाश वाणिका की अध्यक्षता में संपन्न हुआ.
प्रतियोगिता में कुल 488 खिलाड़ियों ने भाग लिया. जिसमें 240 छात्र और 248 छात्राएं शामिल हैं. प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागियों को शील्ड देकर सम्मानित किया गया. इस मौके पर मुख्य अतिथि एसीबीईओ गजेंद्र देवासी अपने संबोधन में कहा कि इस खेल मैदान से खिलाड़ी कुछ अच्छी यादें लेकर जाएं.यह खेल आप बच्चों का प्रथम सोपान है.जो जीवन में याद रखने योग्य है.
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इस मौके पर कुड़ा सरपंच प्रकाश वाणिका ने जीवन में खेलों का महत्व समझाते हुए खेलों से व्यक्ति का शारीरिक विकास के साथ बौद्धिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होने की बात कही. वहीं कुड़ा प्रधानाचार्य भेराराम ने कहा कि खेल में हार जीत दो पहलू होते हैं. हारने वाले को हार से भविष्य में जीत की सीख लेना चाहिए.उन्होंने कहा कि असफलता ही सफलता की कुंजी होती है. जीतने वालों को अभिमान नहीं करना चाहिए और इसे अपनी तैयारियों का एक परिणाम मानकर आगे इससे भी बेहतर रिजल्ट देने को तैयार होना चाहिए.
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खेल संयोजक रामलाल बेनीवाल ने तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिता का प्रतिवेदन ग्रामीणों और अतिथियों को सुनाया. बेनीवाल ने बताया कि प्रतियोगिता में कुल 240 छात्र एवं 248 छात्रा खिलाड़ियों ने भाग लिया. प्रतियोगिता में कबड्डी, खो-खो, जिम्नास्टिक, एथलेटिक्स खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित हुई. कार्यक्रम का संचालन चमना राम देवासी ने किया. इस मौके पर भाजपा खनन प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह पाल, पूर्व जिला परिषद सदस्य रवाराम देवासी ,वरिष्ठ अध्यापक महादेवा राम देवासी,सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे.