जैसलमेर. कृषि विज्ञान केंद्र काजरी जैसलमेर की तरफ से अनुसूचित जाति उप योजना के अंतर्गत राजस्थान के शुष्क क्षेत्रों में समन्वित कृषि प्रणाली की ओर से उत्पादन और उत्पादकता में बढ़ोतरी विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया. इसमें बासनपीर ग्राम से 65 अनुसूचित जाति के प्रगतिशील कृषक महिलाओं और कृषकों ने भाग लिया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कलक्टर नमित मेहता, जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश मेहरा, काजरी के अध्यक्ष माव पाटीदार सहित कृषक मौजूद रहे.
इस अवसर पर नमित मेहता ने समावित कृषि प्रणाली अपनाकर कृषि क्षेत्र से अधिक लाभ प्राप्त करने और कृषि वैज्ञानिकों से संपर्क कर कृषि में उन्नत तकनीक अपनाकर उत्पादन लागत में कमी करते हुए अधिक लाभ प्राप्त करने की सलाह दी. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ने किसानों को कृषि के साथ-साथ पशुपालन व्यवसाय अपनाकर और कृषि उत्पादन करके कम खर्च में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया.
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मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश मेहरा ने जल शक्ति अभियान के मुख्य उद्देश्य बताते हुए जल बचत की प्रमुख तकनीकों से अवगत कराया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. माव पाटीदार अध्यक्ष काजरी जैसलमेर ने किसानों को कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में विस्तृत पूर्वक बताया. जैसलमेर के क्षेत्रों में कृषि के साथ-साथ पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए पशुओं के लिए स्थापित करने और पशुओं के लिए खनिज लवण के लिए बारे में बताया गया. इस अवसर पर प्रशिक्षण में आये कृषक खुश दिखाई दिए.