जैसलमेर. जिले में स्थापित कोविड केयर सेंटर्स और कोरोना की रोकथाम के लिए किए जा रहे चिकित्सकीय व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए शनिवार को स्टेट रैपिड रिस्पांस टीम ने जैसलमेर का दौरा किया. टीम में जोधपुर मेडिकल कॉलेज के 4 चिकित्सक डॉ. प्रवीण चोपड़ा, डॉ. कुलदीप सोलंकी, डॉ. रमेश जाखड़ और डॉ. नेमीचंद खदाव शामिल रहे.
रैपिड रिस्पांस टीम ने सबसे पहले माहेश्वरी चिकित्सालय स्थित कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को परखा. यहां जिले के 17 कोरोना संक्रमितों का उपचार चल रहा है. इस दौरान टीम ने कोरोना संक्रमितों से चर्चा कर उन्हें मुहैया करवाई जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक लिया.
टीम कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाओं से संतुष्ट दिखाई दी. साथ ही कुछ कमियां भी थीं, जिन्हें दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए. टीम ने जैसलमेर के कोरोना संक्रमितों के इलाज में लगे चिकित्सकों से विशेष चर्चा कर आवश्यक सुझावों के साथ निर्देश भी दिए. रैपिड रिस्पांस टीम ने बताया कि किस तरह संक्रमितों का उपचार कर उनकी प्रतिदिन मॉनिटरिंग करनी है.
टीम के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. प्रवीण चोपड़ा ने कहा कि जैसलमेर में अब लगातार कोरोना संक्रमित मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में जैसलमेर में ही इस तरह की व्यवस्था की गई है कि संक्रमितों का यहीं उपचार किया जा सके. यहां के चिकित्सकों को आवश्यक दिशा-निर्देश देने के साथ ही बताया गया है कि किस तरह से कोरोना पॉजिटिव का उपचार करना है और किन-किन बातों का विशेष ध्यान रखना है. इससे संबंधित गाइडलाइंस भी दी गई है.
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डॉ. चोपड़ा ने बताया कि जैसलमेर में स्थापित किए गए कोविड केयर सेंटर्स में फर्स्ट ए और फर्स्ट बी प्रकार के संक्रमितों को ही रखा जाएगा. इस दौरान अगर किसी संक्रमित में लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे कब और कैसे रेफर करना है, उसके लिए निर्देशित किया गया है.
डॉ. चोपड़ा ने कहा कि आगामी दिनों में यहां संक्रमितों की संख्या बढ़ने की संभावना है. इसके मद्देनजर जिले में ही 200 से 300 मरीजों के उपचार के लिए व्यवस्थाएं अभी से ही करनी होगी. भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर जिले में और कोविड केयर सेंटर स्थापित किए जा सकते हैं. उन जगहों का भी टीम द्वारा चयन कर जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग को सुझाव दिए जाएंगे.