पोकरण (जैसलमेर). श्राद्ध पक्ष में आत्माओं की शांति के लिए तर्पण किया जाता है. कस्बे के संच्चियाय माता मंदिर के पास गत नौ दिनों से साधोलाई तालाब पर स्थानीय श्रद्धालुओं की ओर से अपने पूर्वजों की पुण्यतिथि के दिन यह काम किया जाता है. यहां श्राद्ध पक्ष में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पितृ तर्पण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की जा रही है.
आचार्य पंडित मुकेश ओझा ने बताया कि अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और तृप्ति के लिए श्राद्ध पक्ष में सरोवर या नदी किनारे पितृ तर्पण का महत्व शास्त्रों में बताया गया है. ऐसी मान्यता है कि श्राद्ध पक्ष के दौरान आज तक दिवंगत हुई आत्माएं धरती पर उतर आती है. इस दौरान उनके वंशजों की ओर से उन्हें याद किया जाता है. साथ ही उनकी आत्मा की तृप्ति के लिए उनके नाम से ब्राह्मणों और अपने गौत्रजनों को भोजन करवाया जाता है.
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यह कार्यक्रम आगामी अमावस्या तक जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति नि:शुल्क तालाब पर आकर अपने दिवंगत पूर्वजों की आत्मशांति के लिए तर्पण अनुष्ठान में शरीक हो सकता है. यजमानों से तर्पण को लेकर कोई दक्षिणा नही ली जाती है.