जैसलमेर. प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राजस्थान सरकार ने 3 मई से प्रदेश भर में महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा लागू किया है. जिसके तहत दोपहर 11 बजे के बाद जरूरी सेवाओं को छोड़कर दूसरे सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करने के साथ ही बेवजह बाहर घूमने पर रोक लगाई गई है. इस रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े का असर साफतौर पर सीमावर्ती जिले जैसलमेर की सड़कों पर दिखाई दे रहा है. यहां के बाशिंदे भी कोरोना गाइडलाइन के प्रति जागरूकता के साथ ही प्रशासन और राज्य सरकार का सहयोग कर रहे हैं.
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जनता दे रही सहयोग
जिले में दोपहर 11 बजने के बाद सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखाई देता है. शहर के मुख्य चौराहों और मार्गों पर केवल पुलिस के अधिकारी और जवान ही दिखाई दे रहे हैं. कोतवाली थाना पुलिस में तैनात सबइंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया कि जैसलमेर की जनता भरपूर सहयोग दे रही है. हालांकि इक्के-दुक्के लोग फिर भी बाहर सड़कों पर घूम रहे हैं.
बेवजह घूमने वालों पर सख्ती
बेवजह बाहर घूमने वालों को संस्थागत क्वारंटाइन किया जा रहा है. आरटीपीसीआर( RTPCR) जांच कराई जा रही है. जिसके नेगेटिव आने के बाद उन्हें छोड़ा जाएगा. पुलिस अधिकारी अशोक कुमार ने आमजन से अपील की है कि जिला प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग उनकी सुरक्षा के लिए दिन-रात प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में लोगों को उनका सहयोग कर कोरोना की चेन को तोड़ने में अपनी भागीदारी निभानी चाहिए.