पोकरण (जैसलमेर). राजस्थान ग्राम विकास अधिकारी संघ की उपशाखा सांकड़ा के ब्लॉक अध्यक्ष चौथाराम भील के नेतृत्व में सांकड़ा पंचायत समिति के विकास अधिकारियों ने तहसीलदार बंटी राजपूत को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में विकास अधिकारियों ने बताया कि 14 मई को बांरा जिला कलेक्टर की ओर से किशनगंज पंचायत समिति की भंवरगढ़ ग्राम पंचायत में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया गया था.
उसी दौरान बांरा जिला कलेक्टर की ओर से सेंटर पर सफाई व्यवस्था जैसी छोटी बात को लेकर पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी संकेश कुमार डे को कलेक्टर की ओर से थप्पड़ मारने का आरोप लगाया गया है. जिससे समस्त विकास अधिकारियों में घटना को लेकर रोष व्याप्त है.
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ज्ञापन में बताया कि कोरोना जैसी महामारी में राज्य के समस्त विकास अधिकारी कोरोना वॉरियर्स की भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने बताया कि उक्त घटना के बाद प्रदेश के ग्राम विकास अधिकारी संवर्ग में आक्रोश है.
घटना से ग्राम विकास अधिकारियों के मनोबल पर विपरीत प्रभाव पड़ा है. इस घटना के बाद ग्राम विकास अधिकारियों ने कोविड-19 सहित समस्त कार्यों का बहिष्कार करते हुए असहयोग आंदोलन का निर्णय लिया है. साथ ही उन्होंने ज्ञापन के माध्मय से राज्य के मुख्यमंत्री से मांग की है कि बारां जिला कलेक्टर राजेन्द्र विजय के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर उन्हें निलंबित किया जाए.
राजसमंद में बारां जिला कलेक्टर के खिलाफ आक्रोश...सौंपा गया ज्ञापन
देवगढ़ में ग्राम विकास अधिकारी संघ की ओर से शनिवार को उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौपा गया है. जिसमें बांरा जिला कलेक्टर के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की गई है. साथ ही मामले को लेकर लेकर ग्राम विकास अधिकारी संघ में काफी आक्रोश व्याप्त है. इस घटना से संघ का मनोबल काफी गिरा है और विपरीत प्रभाव भी पड़ा है.