जैसलमेर. सीमा पार पाकिस्तान से उठे रेतीले तूफान ने देर रात जैसलमेर में भी नुकसान पहुंचाया. 60 से 70 किलोमीटर की रफ्तार से जिले में प्रवेश करने वाले इस तेज अंधड़ से हर तरफ धूल ही धूल हो गई. तेज आंधी के चलते जैसलमेर में बहुत नुकसान हुआ. कई कच्चे मकानों की छतें उड़ गई.
इसके साथ ही नहरी क्षेत्र और नलकूपों पर तो खेत में काट कर रखी हुई फसलों के साथ खड़ी फसलों के उड़ने से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया. वहीं इस तूफान से बड़ी संख्या में शहरी और ग्रामीण इलाकों में बिजली के पोल और पेड़ भी धराशाई हो गए, बिजली के पोल नीचे गिरने से जिलेभर में विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई, जिसको सुचारू करने के लिए विद्युत विभाग जुटा हुआ है. देर रात आए तूफान ने सम क्षेत्र के सभी रिसोर्ट्स के टैंट को तिनके की तरह उड़ा दिया.
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प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब 50 से अधिक रिसोर्ट में नुकसान हुआ और तूफान से सैलानियों को इधर-उधर भागने पर मजबूर कर दिया. इस तूफान का असर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों तनोट और रामगढ़ में सबसे अधिक दिखाई दिया है. इस तूफान ने किसानों का खासा नुकसान किया है. खेतों में तबाही का मंजर साफ नजर आ रहा है. बड़ी संख्या में किसानों ने जीरे, चने और ईसब सहित अन्य फसलों को काट कर खेतों में रखा हुआ था, तेज हवा के साथ कटी हुई उपज भी उड़ गई. कुल मिलाकर देर रात आई तेज आंधी से जिले में करोड़ों के नुकसान के साथ ही आम जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है.