जैसलमेर. अब जिले में लिए गए कोरोना सैंपलों को जांच के लिए बाहर भेजने की जरूरत नहीं है. जिला मुख्यालय स्थित आंबेडकर भवन में शनिवार को कोरोना के आरटी-पीसीआर जांच के लिए लैब की शुरुआत की गई है. ऐसे में अब सैंपलों की जांच यहीं की जा सकेगी.
जिला कलेक्टर आशीष मोदी और नगर परिषद के सभापति हरिवल्लभ कल्ला ने शनिवार को लैब का अवलोकन किया. साथ ही इसे जैसलमेर के लिए अच्छी शुरुआत बताया. कलेक्टर मोदी ने लैब में सैंपल संग्रहण से लेकर जांच रिपोर्ट आने तक की सभी प्रकार की प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी ली. लैब की सेवाओं को अधिक से अधिक बेहतर बनाने के निर्देश दिए.
इस अवसर पर नगर परिषद के उपसभापति खीम सिंह, नगर विकास न्यास के सचिव अनुराग भार्गव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, नगर परिषद आयुक्त फतेह सिंह मीणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कुणाल साहू, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. जेआर पंवार, डॉ. वीके वर्मा लैब के प्रभारी सहित कई अन्य चिकित्सक मौजूद रहें.
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प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. पंवार ने जिला कलेक्टर को लैब से संबंधित विस्तृत जानकारी दी. जिसमें उन्होंने बताया कि जिन 11 जिलों में लैब स्वीकृत हुई थी, उनमें जैसलमेर एक है. यहां लैब स्थापित होकर जांच कार्य आरंभ हो चुका है. सीएमएचओ ने बताया की पहले जांच के लिए सैंपलों को बाड़मेर भेजा जाता था, जिसमें 2 से 3 दिन का समय लगता था. लेकिन अब लैब बनने के बाद एक दिन में कोरोना की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट मिल जाएगी. जिससे कोरोना संक्रमण की रोकथाम में मदद मिलेगी और जल्द ही संक्रमण को रोकने के लिए प्रयास किये जा सकेंगे.
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सीएमएचो डॉ. साहू ने बताया कि यहां एक दिन में 300 सैंपलों की जांच की जा सकती है. जरूरत पड़ने पर दिन और रात दो शिफ्टों में कार्य करके जांच की संख्या को बढ़ाई जा सकती है. साथ ही बताया कि पहले दिन 46 सैंपलों की जांच की गई.