जैसलमेर. कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर सीएम अशोक गहलोत की ओर से 31 मार्च तक प्रदेश में लॉक डाउन की घोषणा की गई है. जैसलमेर में भी लॉक डाउन को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस महकमा अलर्ट है.
जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि सीएम अशोक गहलोत ने रविवार को कलेक्टरों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ली थी. इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए थे कि लॉक डाउन के दौरान दिहाड़ी मजदूर और गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे लोगों को कोई समस्या नहीं हो और वे रात को भूखा नहीं सोए यह सुनिश्चित करें.
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मेहता ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों को गंभीरता से लेते हुए दिहाड़ी मजदूरों और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए सूखे अनाज के पैकेट बनाए गए हैं, जो आज से ही वितरित किए जाएंगे. साथ ही जैसलमेर शहर सहित पोकरण और जिले के अन्य बड़े ग्रामीण कस्बों में भामाशाहों की मदद से लंगर भी चलाए जाएंगे.
जिला कलेक्टर मेहता ने बताया, कि लॉक डाउन के दौरान कलेक्टर कार्यालय, उपखंड कार्यालय, जिला स्वास्थ्य कार्यालय और परिवहन कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. कंट्रोल रूम से कोई भी कोरोना से संबंधित जानकारी ले सकता है. उन्होंने बताया कि जिले में पूर्णतः लॉक डाउन है और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर कोई भी दुकान या प्रतिष्ठान 31 मार्च तक खुला नहीं रहे, ये सुनिश्चित किया जा रहा है.