जैसलमेर. स्वर्णनगरी में 24 फरवरी से विश्वविख्यात मरू महोत्सव की धूम शुरू हो गई है, जो आगामी 27 फरवरी तक जारी रहेगी. इस दौरान जैसलमेर शहर सहित खुहड़ी और सम के धोरों पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा. जिसमें कई नामी कलाकार अपनी कला का रंग बिखेरेंगे. मरू महोत्सव के पहले दिन 24 फरवरी को रात्रि में होने वाले सांस्कृतिक संध्या में मशहूर गायक पद्मश्री कैलाश खेर अपनी जादुई आवाज से समां बांधेंगे.
कैलाश खेर मंगलवार 23 फरवरी को जैसलमेर पहुंचे थे और उसके बाद से ही उनके प्रशंसकों में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा था. ईटीवी भारत ने कैलाश खेर से जैसलमेर यात्रा और मरू महोत्सव को लेकर विशेष बातचीत की. कैलाश खेर ने इस दौरान बताया कि जैसलमेर वीरों और लोक कला एवं संस्कृति की खान है. यहां के कण-कण में ही नहीं, बल्कि यहां की हवाओं में भी संगीत समाया हुआ है. उन्होंने कहा कि जैसलमेर एक सीमावर्ती क्षेत्र होने के बाद भी शांत जिला है और यहां के लोग बहुत प्यारे हैं. कैलाश खेर ने बताया कि आगामी 27 फरवरी तक जैसलमेर में मरू महोत्सव में विभिन्न कला-संस्कृतियों का बेजोड़ नमूना देखने को मिलेगा.
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ऐसे में उन्होंने देशवासियों से अपील की है कि इस महोत्सव में हिस्सा लें और इसे सफल बनाएं. कैलाश खेर ने कहा कि कोरोना के बाद आयोजित होने वाले इस मरू महोत्सव को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि पूरे देश भर में कोरोना के खिलाफ बहुत अच्छे से जंग जीती गई है और यह आयोजन देशभर में एक संदेश देगा.