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खेल के क्षेत्र में राजस्थान में अपार संभावनाएं, यहां स्पोर्ट्स एकेडमी स्थापित कर काम करेंगे : किरेन रिजिजू - Union Minister of State Kiren Rijiju

केंद्रीय खेल राज्यमंत्री किरेन रिजिजू बीते दो दिनों से जैसलमेर दौरे पर थे. इस दौरान शुक्रवार को उन्होंने जहां जैसलमेर के सोनार किले और गड़ीसर झील का भ्रमण किया. वहीं शनिवार को उन्होंने भारत-पाक सीमा पर स्थित तनोट माता मंदिर में भी दर्शन किया.

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'यहां स्पोर्ट्स एकेडमी स्थापित कर काम करेंगे'
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Published : Oct 31, 2020, 9:16 PM IST

जैसलमेर. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भारत-पाक सीमा के पास से 'फिट इंडिया मिशन' के तहत 200 किलोमीटर वॉकथन का आगाज किया और प्रतिभागियों की हौसला अफजाई भी की. इस दौरान राज्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वे राजस्थान दोबारा आना चाहते हैं, क्योंकि यहां खेलों में अपार संभावना है. ऐसे में यहां आकर कुछ स्पोर्ट्स एकेडमी स्थापित करने की संभावनाओं पर काम करना चाहते हैं. उसके लिए केंद्र की ओर से जो भी सहयोग दिया जा सकता है, उसके लिए प्रयास करेंगे.

'यहां स्पोर्ट्स एकेडमी स्थापित कर काम करेंगे'

केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा कि राजस्थान में बास्केटबॉल और शूटिंग के क्षेत्र में विशेष प्रतिभा है. हालांकि अन्य खेलों में भी राजस्थान देश के लिए बहुत कुछ कर सकता है. उन्होंने कहा कि राजस्थान की दुर्गम परिस्थितियों में रहने वाला युवा प्राकृतिक रूप से ही मजबूत होता है. वहीं शारीरिक तौर पर वो बेहतर होता है. ऐसे में यहां के युवाओं को खेल में मौका अवश्य मिलना चाहिए.

यह भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भारत-पाक सीमा पर रेतीले धोरों से दिया फिटनेस का संदेश

गौरतलब है कि जैसलमेर में बॉस्केटबॉल एकेडमी स्थापित है. जहां राज्य भर से खिलाड़ी प्रशिक्षण के लिए यहां आते हैं और प्रतिवर्ष यहां से कई खिलाड़ी भारत की विभिन्न आयु वर्ग की राष्ट्रीय बास्केटबाल टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं.

वहीं खेल राज्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में उनके मंत्रालय ने काम बंद नहीं किया और ट्रेनिंग, ऑनलाइन कोचिंग, कोच के लिए कोचिंग और स्पोर्ट्स साइंस के बारे में जानकारियां एवं ज्ञान खिलाड़ियों को दिया गया. साथ ही इस दौरान ई-पाठशाला के द्वारा बच्चों को खेलों का भी ज्ञान दिया जा रहा है. क्योंकि खेल केवल मैदान में ही नहीं खेले जाते, उसके लिए अन्य तैयारियां भी करनी पड़ती हैं.

यह भी पढ़ें: गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर गहलोत सरकार का एक्शन प्लान, इन जिलों में लगी रासुका

मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में खिलाड़ियों को मिलने वाले वेतन और भत्ते भी समय पर उन्हें मुहैया करवाए गए. ताकि इस दौरान उन्हें कोई परेशानी न हो. वहीं मंत्री ने कहा कि आने वाले एक से दो महीनों बाद भारत में भी कुछ खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किए जाने की संभावना है, जिसके लिए खेल मंत्रालय द्वारा तैयारियां की जा रही है.

जैसलमेर. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भारत-पाक सीमा के पास से 'फिट इंडिया मिशन' के तहत 200 किलोमीटर वॉकथन का आगाज किया और प्रतिभागियों की हौसला अफजाई भी की. इस दौरान राज्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वे राजस्थान दोबारा आना चाहते हैं, क्योंकि यहां खेलों में अपार संभावना है. ऐसे में यहां आकर कुछ स्पोर्ट्स एकेडमी स्थापित करने की संभावनाओं पर काम करना चाहते हैं. उसके लिए केंद्र की ओर से जो भी सहयोग दिया जा सकता है, उसके लिए प्रयास करेंगे.

'यहां स्पोर्ट्स एकेडमी स्थापित कर काम करेंगे'

केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा कि राजस्थान में बास्केटबॉल और शूटिंग के क्षेत्र में विशेष प्रतिभा है. हालांकि अन्य खेलों में भी राजस्थान देश के लिए बहुत कुछ कर सकता है. उन्होंने कहा कि राजस्थान की दुर्गम परिस्थितियों में रहने वाला युवा प्राकृतिक रूप से ही मजबूत होता है. वहीं शारीरिक तौर पर वो बेहतर होता है. ऐसे में यहां के युवाओं को खेल में मौका अवश्य मिलना चाहिए.

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गौरतलब है कि जैसलमेर में बॉस्केटबॉल एकेडमी स्थापित है. जहां राज्य भर से खिलाड़ी प्रशिक्षण के लिए यहां आते हैं और प्रतिवर्ष यहां से कई खिलाड़ी भारत की विभिन्न आयु वर्ग की राष्ट्रीय बास्केटबाल टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं.

वहीं खेल राज्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में उनके मंत्रालय ने काम बंद नहीं किया और ट्रेनिंग, ऑनलाइन कोचिंग, कोच के लिए कोचिंग और स्पोर्ट्स साइंस के बारे में जानकारियां एवं ज्ञान खिलाड़ियों को दिया गया. साथ ही इस दौरान ई-पाठशाला के द्वारा बच्चों को खेलों का भी ज्ञान दिया जा रहा है. क्योंकि खेल केवल मैदान में ही नहीं खेले जाते, उसके लिए अन्य तैयारियां भी करनी पड़ती हैं.

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मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में खिलाड़ियों को मिलने वाले वेतन और भत्ते भी समय पर उन्हें मुहैया करवाए गए. ताकि इस दौरान उन्हें कोई परेशानी न हो. वहीं मंत्री ने कहा कि आने वाले एक से दो महीनों बाद भारत में भी कुछ खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किए जाने की संभावना है, जिसके लिए खेल मंत्रालय द्वारा तैयारियां की जा रही है.

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