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अंतर मंत्रालयिक केंद्रीय अध्ययन दल ने जिला स्तरीय अधिकारियों से की चर्चा, सूखा प्रभावित क्षेत्रों की समस्याओं का लिया फीडबैक

जैसलमेर में बुधवार को अंतर मंत्रालयिक केंद्रीय अध्ययन दल सूखा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे. इस दौरान जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने जिले की स्थिति के बारे में जानकारी दी. साथ ही पानी, खेती-बाड़ी और अभावों को देखते हुए विशेष मदद के प्रबंध करने की मांग की.

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Published : Jan 20, 2021, 3:57 PM IST

जैसलमेर में सूखा प्रभावित क्षेत्रों का फीडबैक, Feedback of drought affected areas in Jaisalmer
जैसलमेर में सूखा प्रभावित क्षेत्रों का फीडबैक

जैसलमेर. जिले में अंतर मंत्रालयिक केंद्रीय अध्ययन दल बुधवार को सूखा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे. जहां दल की ओर से जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जन प्रतिनिधियों और जिलास्तरीय अधिकारियों से चर्चा की गई. जहां जिले की भौगोलिक स्थिति, सूखे प्रभावित क्षेत्र की स्थिति के बारे में विस्तार से जनप्रतिनिधियों से फीडबैक लिया.

जैसलमेर में सूखा प्रभावित क्षेत्रों का फीडबैक

इस दौरान जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने जिले की स्थिति के बारे में जानकारी दी और मरुस्थलीय जिले जैसलमेर में पानी, खेती-बाड़ी और अभावों को देखते हुए विशेष मदद के प्रबंध करने की मांग की.

विधायक रूपाराम ने जिले को विशेष सूखा और अभाव वाला बताया और कहा कि पानी, फसल के साथ घास, पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था को सामने रखकर आपदा का आकलन मूल्यांकन करने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होमने कहा कि जैसलमेर जैसे विस्तृत भू भाग वाले जिले की विषम परिस्थितियों को देखते हुए आपदा राहत में भरपूर मदद मिलनी चाहिए. इसके लिए आकलन के मापदंडों में संशोधन किया जाना जरूरी है, जिस पर केंद्रीय दल के अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि जिले की विशेष परिस्थितियों पर विचार किया जाएगा.

पढ़ें-विधायक गजेंद्र शक्तावत के निधन के चलते गहलोत सरकार की कैबिनेट बैठक स्थगित

अंतर मंत्रालयिक भ्रमण दल की बैठक में जैसलमेर विधायक रूपाराम, जिला प्रमुख प्रताप सिंह, सम प्रधान तनेसिंह सोढा, फतेहगढ़ प्रधान जनक सिंह भाटी, जिला कलेक्टर आशीष मोदी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर हरीसिंह मीणा, सहायक निदेशक कृषि ओमप्रकाश, उपनिदेशक कृषि राधेश्याम नारवाल, उपनिदेशक कृषि बाड़मेर वी एस सौलंकी सहित कई जिला अधिकारी मौजूद रहे.

जैसलमेर. जिले में अंतर मंत्रालयिक केंद्रीय अध्ययन दल बुधवार को सूखा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे. जहां दल की ओर से जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जन प्रतिनिधियों और जिलास्तरीय अधिकारियों से चर्चा की गई. जहां जिले की भौगोलिक स्थिति, सूखे प्रभावित क्षेत्र की स्थिति के बारे में विस्तार से जनप्रतिनिधियों से फीडबैक लिया.

जैसलमेर में सूखा प्रभावित क्षेत्रों का फीडबैक

इस दौरान जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने जिले की स्थिति के बारे में जानकारी दी और मरुस्थलीय जिले जैसलमेर में पानी, खेती-बाड़ी और अभावों को देखते हुए विशेष मदद के प्रबंध करने की मांग की.

विधायक रूपाराम ने जिले को विशेष सूखा और अभाव वाला बताया और कहा कि पानी, फसल के साथ घास, पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था को सामने रखकर आपदा का आकलन मूल्यांकन करने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होमने कहा कि जैसलमेर जैसे विस्तृत भू भाग वाले जिले की विषम परिस्थितियों को देखते हुए आपदा राहत में भरपूर मदद मिलनी चाहिए. इसके लिए आकलन के मापदंडों में संशोधन किया जाना जरूरी है, जिस पर केंद्रीय दल के अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि जिले की विशेष परिस्थितियों पर विचार किया जाएगा.

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अंतर मंत्रालयिक भ्रमण दल की बैठक में जैसलमेर विधायक रूपाराम, जिला प्रमुख प्रताप सिंह, सम प्रधान तनेसिंह सोढा, फतेहगढ़ प्रधान जनक सिंह भाटी, जिला कलेक्टर आशीष मोदी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर हरीसिंह मीणा, सहायक निदेशक कृषि ओमप्रकाश, उपनिदेशक कृषि राधेश्याम नारवाल, उपनिदेशक कृषि बाड़मेर वी एस सौलंकी सहित कई जिला अधिकारी मौजूद रहे.

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