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जैसलमेर में फैल रहा 'डेंगू का डंक', लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या

जैसलमेर को डेंगू बुखार ने अपने चपेट में लेना शुरू कर दिया है. जिसके कारण जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं स्वास्थ्य महकमे के पास निजी अस्पतालों के मरीजों का रिकॉर्ड नहीं है. चिकित्सा विभाग इसके लिए जागरुकता अभियान चला रहा है.

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Published : Oct 14, 2019, 6:00 PM IST

जैसलमेर. जिले में 'डेंगू' तेजी से फैल रहा है. हाल ही में जैसलमेर में डेंगू के करीब 15 मरीजों के सामने आने की बात बताई जा रही है. हालांकि सरकारी रिकॉर्ड में 7 मरीजों की ही पुष्टि की जा रही है, लेकिन निजी अस्पतालों और इलाज के लिए सीधे जोधपुर जाने वाले मरीज को मिलाकर यह आंकड़ा 15 से अधिक है.

जैसलमेर में बढ़ रहे डेंगू के मरीज

बता दें कि मलेरिया के मामले में जैसलमेर पहले ही डार्क जोन में है. कई बार मलेरिया ने जैसलमेर में विकट स्थिति पैदा कर दी है. फिलहाल, दो-तीन सालों से मलेरिया कंट्रोल में है, लेकिन इस बीच डेंगू अपने पांव पसार रहा है. इतना ही नहीं स्वाइन फ्लू के भी मरीज जैसलमेर में कई बार सामने आ चुके हैं. कुल मिलाकर चिकित्सा के मामले में जैसलमेर पिछड़ा जिला है.

ऐसे में इस तरह की बीमारियों के फैलने से जिले में दहशत का माहौल बन रहा है. सरकारी रिकॉर्ड में निजी अस्पतालों का आंकड़ा ही नहीं है. सरकारी अस्पताल में केवल जवाहर अस्पताल में पिछले दिनों आए 7 मरीजों का आंकड़ा है.

यह भी पढे़ं. जैसलमेर में जुटे जीन चिकित्सा के विशेषज्ञ, भविष्य की संभावनाओं पर हुई चर्चा

वहीं, जब ईटीवी भारत की टीम ने निजी अस्पताल संचालकों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि रोजाना डेंगू के मरीज आ रहे हैं. जैसलमेर में इन दिनों डेंगू पांव पसार रहा है. कई मरीज इलाज के लिए अन्य जिलों में जाते हैं. जैसलमेर में कई केस ऐसे हैं, जहां बुखार नहीं उतरने पर जोधपुर जाने पर डेंगू की पुष्टी होती है.

ऐसे में मरीजों का इलाज जोधपुर में चलता है और जैसलमेर के चिकित्सा विभाग के पास इसकी कोई जानकारी तक नहीं होती. चिकित्सकों के अनुसार डेंगू के लिए अलग से कोई दवा नहीं है. इसके इलाज के तहत मरीज की देखभाल करना जरूरी है.

यह भी पढे़ं. देव दर्शन को निकली यात्रा पहुंची पोकरण, आशापुरा माता के लगाए जयकारे

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेंद्र कुमार बारूपाल ने बताया कि अभी तक जैसलमेर में 5 से 7 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. जिन पर संबंधित डॉक्टर्स द्वारा तुरंत कार्रवाई करते हुए उनका इलाज शुरू कर दिया गया है. साथ ही डेंगू और अन्य मौसमी बिमारियों की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा पूरे प्रयास किये जा रहे हैं. चिकित्सा विभाग द्वारा लोगों को इसके बचाव के लिए जागरूक भी किया जा रहा है.

जैसलमेर. जिले में 'डेंगू' तेजी से फैल रहा है. हाल ही में जैसलमेर में डेंगू के करीब 15 मरीजों के सामने आने की बात बताई जा रही है. हालांकि सरकारी रिकॉर्ड में 7 मरीजों की ही पुष्टि की जा रही है, लेकिन निजी अस्पतालों और इलाज के लिए सीधे जोधपुर जाने वाले मरीज को मिलाकर यह आंकड़ा 15 से अधिक है.

जैसलमेर में बढ़ रहे डेंगू के मरीज

बता दें कि मलेरिया के मामले में जैसलमेर पहले ही डार्क जोन में है. कई बार मलेरिया ने जैसलमेर में विकट स्थिति पैदा कर दी है. फिलहाल, दो-तीन सालों से मलेरिया कंट्रोल में है, लेकिन इस बीच डेंगू अपने पांव पसार रहा है. इतना ही नहीं स्वाइन फ्लू के भी मरीज जैसलमेर में कई बार सामने आ चुके हैं. कुल मिलाकर चिकित्सा के मामले में जैसलमेर पिछड़ा जिला है.

ऐसे में इस तरह की बीमारियों के फैलने से जिले में दहशत का माहौल बन रहा है. सरकारी रिकॉर्ड में निजी अस्पतालों का आंकड़ा ही नहीं है. सरकारी अस्पताल में केवल जवाहर अस्पताल में पिछले दिनों आए 7 मरीजों का आंकड़ा है.

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वहीं, जब ईटीवी भारत की टीम ने निजी अस्पताल संचालकों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि रोजाना डेंगू के मरीज आ रहे हैं. जैसलमेर में इन दिनों डेंगू पांव पसार रहा है. कई मरीज इलाज के लिए अन्य जिलों में जाते हैं. जैसलमेर में कई केस ऐसे हैं, जहां बुखार नहीं उतरने पर जोधपुर जाने पर डेंगू की पुष्टी होती है.

ऐसे में मरीजों का इलाज जोधपुर में चलता है और जैसलमेर के चिकित्सा विभाग के पास इसकी कोई जानकारी तक नहीं होती. चिकित्सकों के अनुसार डेंगू के लिए अलग से कोई दवा नहीं है. इसके इलाज के तहत मरीज की देखभाल करना जरूरी है.

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मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेंद्र कुमार बारूपाल ने बताया कि अभी तक जैसलमेर में 5 से 7 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. जिन पर संबंधित डॉक्टर्स द्वारा तुरंत कार्रवाई करते हुए उनका इलाज शुरू कर दिया गया है. साथ ही डेंगू और अन्य मौसमी बिमारियों की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा पूरे प्रयास किये जा रहे हैं. चिकित्सा विभाग द्वारा लोगों को इसके बचाव के लिए जागरूक भी किया जा रहा है.

Intro:Body:जैसलमेर में फैल रहा है डेंगू का डंक, 15 मरीज आए सामने

स्वास्थ्य महकमे के पास निजी अस्पतालों का रिकार्ड ही नहीं

कई मरीज सीधे जोधपुर जाकर करवा रहे है ईलाज

जैसलमेर जिले को डेंगू ने चपेट में ले लिया है। हाल ही में जैसलमेर में डेंगू के करीब 15 मरीज सामने आए है। हालांकि सरकारी रिकॉर्ड में 7 मरीजों की पुष्टि की जा रही है लेकिन निजी अस्पतालों व सीधे ही जोधपुर जाने वालों को मिलाकर यह आंकड़ा 15 से अधिक है। मलेरिया के मामले में जैसलमेर पहले ही डार्क जोन है। कई बार मलेरिया ने जैसलमेर में विकट स्थिति पैदा कर दी थी। फिलहाल दो तीन सालों से मलेरिया कंट्रोल में है लेकिन इस बीच डेंगू अपने पांव पसार रहा है। इतना ही नहीं स्वाइन फ्लू के भी मरीज जैसलमेर में कई बार सामने आ चुके हैं। कुल मिलाकर चिकित्सा के मामले में पिछड़े जैसलमेर जिले में इस तरह की बीमारियों के फैलने से दहशत का भी माहौल बन रहा है।

सरकारी रिकार्ड में निजी अस्पतालों का आंकड़ा ही नहीं है, केवल जवाहर अस्पताल में पिछले दिनों आए 7 मरीजों का ही आंकड़ा है। दूसरी तरफ जब हमने निजी अस्पताल संचालकों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि रोजाना डेंगू के मरीज आ रहे हैं। जैसलमेर में इन दिनों डेंगू पांव पसार रहा है। कई मरीज सीधे ही अन्य जिलों में जाते हैं। जैसलमेर में कई केस ऐसे भी सामने आए हैं कि कई दिनों तक बुखार नहीं उतरने पर जब जोधपुर जाकर इलाज करवाते हैं तो वहां उनमें डेंगू की पुष्टि होती है। ऐसे में उनका इलाज वहीं चलता है और जैसलमेर के चिकित्सा विभाग के पास इसकी कोई जानकारी तक नहीं होती। चिकित्सकों के अनुसार डेंगू के लिए अलग से कोई दवा ही नहीं है। इसके इलाज के तहत मरीज की केयर करना जरूरी है। इस मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भूपेंद्र कुमार बारूपाल ने बताया की अभी तक जैसलमेर में 5 से 7 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। जिन पर संबंधित डॉक्टर्स द्वारा तुरंत कार्रवाई करते हुए उनका इलाज शुरु कर दिया गया है। वही डेंगू एवं अन्य मौसमी बिमारियों की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा पुरे प्रयास किये जा रहे है साथ ही लोगो को इसके बचाव के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।

बाईट-1- डॉ भूपेंद्र कुमार बारूपाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारीConclusion:
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