जैसलमेर. जिले से कई प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जिले और गृह राज्यों में भेजा गया है. वहीं पिछले 2 दिनों में लगभग 12 हजार अन्य राज्यों के प्रवासी श्रमिकों को भी उनके गृह राज्य भेजा गया है लेकिन जैसलमेर जिले के निवासी जो दूसरे जिलों में और राज्य में फंसे हुए हैं, उनको लाने को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है. राज्य सरकार ने इससे संबंधित निर्देश नहीं जारी किए हैं.
राजस्थान सरकार ने कुछ दिन पहले एक हेल्पलाइन नंबर जारी की. साथ ही सरकारी पोर्टल और ई-मित्र के माध्यम से राजस्थान मूल के प्रवासी श्रमिकों और अन्य लोगों का रजिस्ट्रेशन करवाकर आंकड़े एकत्रित कर रही है, लेकिन फिलहाल ये नहीं कहा जा सकता कि उन्हें कब तक वापस लाया जा सकेगा. वहीं लगभग प्रत्येक जिला प्रशासन अपने स्तर पर जिले के मूल निवासी जो बाहर हैं, उनकी जानकारी एकत्रित करने में जुटा है. वहीं राज्य से बाहर रहने वाले लोगों की नगर परिषद क्षेत्र और ग्रामीण इलाकों में पंचायत समिति स्तर पर सूचनाएं एकत्रित करने के लिए ग्राम सेवक, पटवारी, बीएलओ और अन्य कर्मचारियों को लगाया है.
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हालांकि, इसके लिए उन्हें राज्य सरकार से कोई निर्देश नहीं मिले हैं. जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि राजस्थान सरकार हेल्पलाइन नंबर जारी कर आंकड़े एकत्रित कर रही है. जिस पर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार ही प्रवासियों को लाने की कार्रवाई की जाएगी.