जैसलमेर. दुनिया भर में कोरोना को लेकर मच रहे भय के माहौल के बीच कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देशवासियों से कई अपील किए है. जिसके बाद देशभर में जागरूकता को लेकर लोगों अलग-अलग तरीके से अभियान चला रहें है, जहां लोगों ने घरों से बाहर निकलना कम कर दिया है, वहीं बाजारों में भी कई दुकानें बंद है. लोग आवश्यक कार्यों के लिये ही घरों से बाहर निकल रहे है.
ऐसें में पर्यटन नगरी जैसलमेर का विश्व प्रसिद्ध सोनार किला, जो देश का एकमात्र रहवासी किला है. वहां के लोगों ने भी किले में स्थित सभी दुकानों और होटलों को बंद करने का निर्णय लिया है. आगामी आदेशों तक किसी भी सैलानी को किले में न तो ठहराया जायेगा और न ही किसी सैलानी को किले में प्रवेश दिया जायेगा. सोनार किले के कुछ जागरूक युवाओं ने सांकेतिक रूप से किले के दरवाजे को बंद कर अपील जारी की है कि, कोरोना से वायरस के संक्रमण के खिलाफ जहां दुनियाभर के लोग लड़ रहे है. देश के प्रधानमंत्री को बोलना पड़ रहा है, ऐसे में एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते प्रधानमंत्री की बातों का पालन करेंगें.
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किले में रहने वाले और व्यवसाय करने वाले युवाओं का कहना है कि उन्होंने किले के सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करने के लिये दुकानदारों से अपील की है. जिसके बाद सभी दुकानदारों और होटल संचालकों ने स्वेच्छा से उनका सहयोग करते हुए प्रतिष्ठिान बंद कर दिया है. साथ ही अपने अपने स्टॉफ को छुट्टियों पर उनके घर भेज दिया है. लोग कम से कम घरों से बाहर निकले इसके लिये भी प्रयास किये जा रहे हैं.
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सरहदी जिला जैसलमेर जो देश के पश्चिमी किनारे पर बसा हुआ है, अगर यहां पर लोग अपने प्रधानमंत्री की बात को गंभीरता से ले रहे है. जैसलमेर का सोनार किला जो 850 साल से भी पुराना है, जो केवल विपरीत परिस्थितियों के अलावा कभी बंद नहीं हुआ, बंद हो किया जा रहा है. ऐसे में देशभर के लिये यहां से संदेश है कि इस वायरस के खिलाफ लडाई में अपने प्रधानमंत्री का साथ दें और ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें.