पोकरण (जैसलमेर). देश-प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद में लगातार वृद्धी हो रही है. दूसरे लहर में संक्रमित व्यक्तियों की तादाद इन दिनों पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े धार्मिक स्थल रामदेवरा में भी देखने को मिल रहा है. रामदेवरा में इन दिनों देश के अलग-अलग कोनों से आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद कम हो गई है. खासकर महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, बंगाल सहित अन्य राज्यों से श्रद्धालु इन दिनों सपरिवार दर्शन करने आया करते थे. लेकिन कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर को देखते हुए लोगों का आना घट गया है.
जैसलमेर जिले के ग्रामीण अंचलों में मजदूरी कर रहे मध्य प्रदेश के हजारों लोग अपना बोरिया-बिस्तर समेट कर अपने घर चले गए है. ऐसे में आगामी दिनों में चैत्र माह के नवरात्र है जहां हजारों श्रद्धालुओं से धार्मिक स्थली रामदेवरा गुलजार हुआ करती थी. लेकिन कोरोना के वजह से इस बार समाधि स्थल का मुख्य प्रवेश द्वार से लेकर संपूर्ण मेला चौक में सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है.
मेला परिसर क्षेत्र में छोटे-बड़े 500 से अधिक दुकानदार अपनी आजीविका कमाने के लिए यहां दुकान लगाते हैं. लेकिन बाहरी लोगों के कम आने से इन लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है. कई दुकानदार तो सुबह से शाम तक बोहनी तक को भी तरसते नजर आते हैं.
गौरतलब है कि पिछले वर्ष 6 महीने तक लगे लॉकडाउन ने भी यहां के दुकानदारों के सामने काफी विकट समस्या उत्पन्न कर दी थी. इस बार भी कोरोना अपना पैर पसार रहा है. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार आने वाले दिनों में बढ़ते संक्रमित व्यक्तियों की संख्या को देखते हुए लॉकडाउन न लगा दें इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. अधिकांश लोग डर के कारण यहां नहीं आना चाह रहे हैं. ऐसे में दुकान लगा कर बैठे दुकानदार ग्राहकी को तरसते नजर आ रहे हैं.