पोकरण (जैसलमेर). जिले के पोकरण हाई स्कूल परिसर में चिकित्सा विभाग की ओर से वैक्सीनेशन शिविर लगाकर लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. वहीं मंगलवार को परमाणु परीक्षण की 23 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भी खासकर युवा वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं.
पोकरण बीसीएमओ डॉ. लोंग मोहम्मद राजड़ ने बताया कि आज 18+ युवाओं को 300 वैक्सीन लगाई जा रही है. इसके अलावा परमाणु परीक्षण की वर्षगांठ पर युवा पिन्नू जाणी खेतोलाई ने बताया कि हम कोरोना को हराने के लिए आज के दिन वैक्सीन लगाई जा रही है.
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वहीं चिकित्सा विभाग की ओर से लगाएं जा रहे वैक्सीन शिविर में कोरोना योद्धा बखूबी अपनी-अपनी सेवाएं दे रहे हैं. साथ ही डॉ. लोंग मोहम्मद राजड़ अपने मोबाइल या अन्य माेबाइल से लोगों के रजिट्रेशन करके मदद करते नजर आएं.
Pokhran Nuclear Test : 11 मई 1998 की वो रात, जब भारत ने मनवाया था न्यूक्लियर पावर का लोहा, दंग रह गई थी दुनिया
आज पोकरण परमाणु परीक्षण की 23वीं वर्षगांठ है. एक ऐसा दिन जिसे याद कर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. पोकरण से 25 किलोमीटर दूर स्थित वह गांव जहां पर आज से ठीक 23 वर्ष पूर्व 11 मई 1998 को हुए परमाणु परीक्षण ने न केवल पोकरण, बल्कि भारत देश को विश्व में परमाणु शक्ति के रूप में नई पहचान दिलाई. खेतोलाई गांव में कुछ बुर्जुग जो उस समय की घटना को बताते हैं तो उनकी तीव्र आवाज से पता चलता है कि उनको कितना गर्व हुआ होगा. आखिर हो भी क्यों न, इस धमाके की गूंज से पूरी दुनिया जो दंग रह गई थी. देखिये जैसलमेर के पोकरण से ईटीवी भारत की ये खास रिपोर्ट...