जयपुर. इंटरनेट पर प्रतिबंधित वेबसाइट्स पर अश्लील कंटेंट सर्च करने, देखने और डाउनलोड करने वालों के खिलाफ पुलिस और साइबर यूनिट ने सख्ती बढ़ा दी है. साइबर यूनिट ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रख रही है और जैसे ही कोई शख्स प्रतिबंधित वेबसाइट्स पर अश्लील कंटेंट देखता या डाउनलोड करता है. उसका आईपी एड्रेस साइबर यूनिट के राडार पर आ जाता है. शहर में प्रतिबंधित वेबसाइट से अश्लील वीडियो डाउनलोड करना एक युवक को महंगा पड़ गया. उसके खिलाफ मुहाना थाने में मामला दर्ज हुआ है.
मुहाना थानाधिकारी दिलीप सिंह ने बताया कि साइबर यूनिट ने डीसीपी (दक्षिण) को एक परिवाद पेश किया है. उनके आदेश पर एक युवक के खिलाफ थाने में मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि मुहाना मंडी निवासी प्रदीप शर्मा नाम के एक युवक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उसने प्रतिबंधित वेबसाइट से अश्लील वीडियो डाउनलोड किया, तो उसका आईपी एड्रेस साइबर यूनिट ने ट्रैस किया और डीसीपी (साउथ) के पास इसकी जानकारी भेजी. डीसीपी (साउथ) योगेश गोयल के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसकी जांच की जा रही है.
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क्या हैं प्रतिबंधित वेबसाइट्सः जिन वेबसाइट्स पर पोर्नोग्राफी और अश्लील कंटेंट मौजूद रहता है. उन्हें समय-समय पर चिह्नित किया जाता है और उन्हें बंद भी करवाया जाता है. ऐसी वेबसाइट्स को प्रतिबंधित वेबसाइट्स की श्रेणी में रखा जाता है.
प्रदेशभर में अब तक 300 से ज्यादा मुकदमें दर्जः पोर्नोग्राफी और चाइल्ड पोर्नोग्राफी के वीडियो पर लगातार नजर रखी जा रही है. ऐसे मामले सामने आने के बाद साइबर यूनिट द्वारा आईपी एड्रेस की जानकारी जिला पुलिस अधीक्षक को भेजी जाती है. वे संबंधित थाने में मामला दर्ज करने के आदेश जारी करते हैं. आंकड़े बताते हैं कि प्रदेशभर में साल 2021 से अब तक 300 से ज्यादा मामले इस तरह के दर्ज हुए हैं. साल 2021 में इस तरह का 1, 2022 में 222 और इस साल अब तक 80 से ज्यादा मामले इस तरह के सामने आए हैं. जिनमें मुकदमें दर्ज हुए हैं.