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जयपुर में संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरीं महिलाएं... - Woman March

जयपुर शहर की कई सड़कों पर आज महिलाएं रैली निकालती नजर आईं. मुद्दा था, महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा का. इस रैली में विभिन्न संगठनों से जुड़ी महिलाएं अपने हाथों में तख्तियां थामे शामिल हुईं और विरोध प्रदर्शन किया.

जयपुर में महिलाओं ने निकाली रैली
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Published : Apr 4, 2019, 10:15 PM IST

जयपुर. महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए जयपुर में महिला संगठनों ने वुमन मार्च फोर चेंज यात्रा निकाली. महिलाओं की रैली जयपुर पुलिस कमिश्नरेट शहीद स्मारक से शुरू होकर पांच बत्ती, अजमेरी गेट होते हुए रामनिवास बाग अल्बर्ट हॉल पहुंची. इस रैली में बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों से जुड़ी महिलाएं हाथों में तख्तियां लिए शामिल हुईं और विरोध प्रदर्शन किया.

जयपुर में महिलाओं ने निकाली रैली

आयोजक निशा सिधु ने बताया कि आज बदलाव के लिए, वोट के लिए और औरतें उठी नहीं तो जुल्म बढ़ता जाएगा, इस कैंपेन के साथ पूरे देश में महिला मार्च किया गया है. भुखमरी, गरीबी, बेरोजगारी, नफरत के खिलाफ, हिंसा के खिलाफ, मोब लिंचिंग के खिलाफ और देश में बदलाव के लिए महिलाओं ने मार्च किया है. इस देशव्यापी महिला मार्च का उद्देश्य महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों पर लक्षित हमलों के खिलाफ असंतोष की आवाज को एकजुट करना है.

महिला मार्च भारत में महिलाओं के विभिन्न समुदायों के लिए एक समावेशी मंच है, जो महिला अधिकारों की रक्षा करता है.उन्होंने बताया कि कानून का राज स्थापित होने में लगातार गिरावट आ रही है. नव उदारवादी आर्थिक नीतियों और बढ़ती हुई पूंजीवादी व्यवस्था ने सामान्य रूप से महिलाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है.

जयपुर. महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए जयपुर में महिला संगठनों ने वुमन मार्च फोर चेंज यात्रा निकाली. महिलाओं की रैली जयपुर पुलिस कमिश्नरेट शहीद स्मारक से शुरू होकर पांच बत्ती, अजमेरी गेट होते हुए रामनिवास बाग अल्बर्ट हॉल पहुंची. इस रैली में बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों से जुड़ी महिलाएं हाथों में तख्तियां लिए शामिल हुईं और विरोध प्रदर्शन किया.

जयपुर में महिलाओं ने निकाली रैली

आयोजक निशा सिधु ने बताया कि आज बदलाव के लिए, वोट के लिए और औरतें उठी नहीं तो जुल्म बढ़ता जाएगा, इस कैंपेन के साथ पूरे देश में महिला मार्च किया गया है. भुखमरी, गरीबी, बेरोजगारी, नफरत के खिलाफ, हिंसा के खिलाफ, मोब लिंचिंग के खिलाफ और देश में बदलाव के लिए महिलाओं ने मार्च किया है. इस देशव्यापी महिला मार्च का उद्देश्य महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों पर लक्षित हमलों के खिलाफ असंतोष की आवाज को एकजुट करना है.

महिला मार्च भारत में महिलाओं के विभिन्न समुदायों के लिए एक समावेशी मंच है, जो महिला अधिकारों की रक्षा करता है.उन्होंने बताया कि कानून का राज स्थापित होने में लगातार गिरावट आ रही है. नव उदारवादी आर्थिक नीतियों और बढ़ती हुई पूंजीवादी व्यवस्था ने सामान्य रूप से महिलाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है.

Intro:जयपुर
एंकर- जयपुर में महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए महिला संगठनों ने वुमन मार्च फॉर चेंज यात्रा निकाली। महिलाओं की रैली जयपुर पुलिस कमिश्नरेट शहीद स्मारक से शुरु होकर पांच बत्ती, अजमेरी गेट होते हुए रामनिवास बाग अल्बर्ट हॉल पहुंची। इस रैली में बड़ी तादाद में विभिन्न संगठनों से जुड़ी महिलाएं हाथो में तख्तियां लिए शामिल हुई, और विरोध प्रदर्शन किया।



Body:जयपुर में महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए महिला संगठनों ने वुमन मार्च फॉर चेंज यात्रा निकाली। महिलाओं की रैली जयपुर पुलिस कमिश्नरेट शहीद स्मारक से शुरु होकर पांच बत्ती, अजमेरी गेट होते हुए रामनिवास बाग अल्बर्ट हॉल पहुंची। इस रैली में बड़ी तादाद में विभिन्न संगठनों से जुड़ी महिलाएं हाथो में तख्तियां लिए शामिल हुई, और विरोध प्रदर्शन किया।
आयोजक निशा सिधु ने बताया कि आज पूरे देश में बदलाव के लिए, वोट के लिए और औरतें उठी नहीं तो जुल्म बढ़ता जायेगा इस कैंपेन के साथ पूरे देश में महिला मार्च किया गया है। भुखमरी, गरीबी, बेरोजगारी, नफरत के खिलाफ, हिंसा के खिलाफ, मोब लिंचिंग के खिलाफ और देश में बदलाव के लिए महिलाओं ने मार्च किया है। इस देशव्यापी महिला मार्च का उद्देश्य महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों पर लक्षित हमलों के खिलाफ असंतोष की आवाज को एकजुट करना है। महिला मार्च भारत में महिलाओं के विभिन्न समुदायों के लिए एक समावेशी मंच है, जो महिला अधिकारों की रक्षा करता है। उन्होंने बताया कि कानून का राज स्थापित होने में लगातार गिरावट आ रही है। नव उदारवादी आर्थिक नीतियों और बढ़ती हुई पूंजीवादी व्यवस्था में सामान्य रूप से महिलाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है।

बाईट- निशा सिधु, NIFIW महिला संगठन
बाईट- कविता, महिला संगठन









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