ETV Bharat / state

महिला एवं बाल विकास विभाग इंदिरा गांधी के नाम पर शुरू करेगा तीन नई योजनाएं, यहां पढ़ें - Plans will start in the name of Indira Gandhi

मुख्यमंत्री गहलोत ने महिला एवं बाल विकास विभाग को इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी शक्ति निधि के नाम पर एक हजार करोड़ रुपए दिए थे. जिसे लेकर अब महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री ममता भूपेश ने 5 सालों के लिए अपने विभाग की कार्य योजना तैयार कर ली है. जिसके तहत हर साल 200 करोड़ रुपए तीन अलग-अलग योजनाओं में महिलाओं के लिए इस्तेमाल में लिए जाएंगे.

Three new schemes will start in the name of Indira Gandhi
author img

By

Published : Nov 15, 2019, 5:14 PM IST

जयपुर. राजस्थान में महिला एवं बाल विकास विभाग को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसी बजट में इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी शक्ति निधि के नाम पर एक हजार करोड़ रुपए दिए थे. जिसे महिला एवं बाल विकास विभाग को खर्च करने थे. इसके तहत महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री ममता भूपेश ने 5 सालों के लिए अपने विभाग की कार्य योजना तैयार कर ली है.

इंदिरा गांधी के नाम पर शुरू होंगी तीन नई योजनाएं

जिसके तहत हर साल 200 करोड़ रुपए तीन अलग-अलग योजनाओं में महिलाओं के लिए इस्तेमाल में लिए जाएंगे. महिला एवं बाल विकास विभाग इसमें इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी महिला उद्यम प्रोत्साहन योजना शुरु करने जा रहा है. इस योजना में एकल महिलाओं और एसएसजी से जुड़ी महिलाओं को एक करोड़ तक के कर्ज दिए जाएंगे. उद्यमी महिलाओं को 25 फीसदी तक की लोन में सब्सिडी भी सरकार देगी.

पढ़ें- INX मीडिया मामला: पी चिदंबरम को झटका, दिल्ली HC ने खारिज की जमानत याचिका

इस योजना के तहत सालाना 15 करोड़ की सब्सिडी भी दी जाएगी. इसी तरीके से इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी महिला बेसिक कंप्यूटर प्रशिक्षण योजना और एडवांस प्रशिक्षण योजना के नाम से दो अलग-अलग योजनाएं चलेंगी. साथ ही बेसिक प्रशिक्षण योजना में एक लाख महिलाओं को सालाना कंप्यूटर की बेसिक ट्रेनिंग दी जाएगी और स्किल डेवलपमेंट के लिए भी महिलाओं को ले जाया जाएगा.

कंप्यूटर की एडवांस ट्रेनिंग के तहत 5 हजार महिलाओं को टेलीमार्केटिंग और कंप्यूटर की एडवांस ट्रेनिंग दी जाएगी. इन तीनों योजनाओं से महिलाओं को फायदा महिला एवं बाल विकास विभाग पहुंचाएगा. हालांकि, तीनों योजनाओं के नाम पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम से रखे जाएंगे.

वहीं, मंत्री ममता भूपेश का कहना है कि इन योजनाओं से केंद्र का कोई लेना देना नहीं है. क्योंकि राजस्थान सरकार अपने स्तर पर यह 1 हजार करोड़ का फंड प्रियदर्शनी फंड के नाम पर पहले ही बना चुकी है और इस तरीके का यह अपने आप में पहला फंड है और उसी के तहत योजनाएं शुरू की जाएंगी.

जयपुर. राजस्थान में महिला एवं बाल विकास विभाग को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसी बजट में इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी शक्ति निधि के नाम पर एक हजार करोड़ रुपए दिए थे. जिसे महिला एवं बाल विकास विभाग को खर्च करने थे. इसके तहत महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री ममता भूपेश ने 5 सालों के लिए अपने विभाग की कार्य योजना तैयार कर ली है.

इंदिरा गांधी के नाम पर शुरू होंगी तीन नई योजनाएं

जिसके तहत हर साल 200 करोड़ रुपए तीन अलग-अलग योजनाओं में महिलाओं के लिए इस्तेमाल में लिए जाएंगे. महिला एवं बाल विकास विभाग इसमें इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी महिला उद्यम प्रोत्साहन योजना शुरु करने जा रहा है. इस योजना में एकल महिलाओं और एसएसजी से जुड़ी महिलाओं को एक करोड़ तक के कर्ज दिए जाएंगे. उद्यमी महिलाओं को 25 फीसदी तक की लोन में सब्सिडी भी सरकार देगी.

पढ़ें- INX मीडिया मामला: पी चिदंबरम को झटका, दिल्ली HC ने खारिज की जमानत याचिका

इस योजना के तहत सालाना 15 करोड़ की सब्सिडी भी दी जाएगी. इसी तरीके से इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी महिला बेसिक कंप्यूटर प्रशिक्षण योजना और एडवांस प्रशिक्षण योजना के नाम से दो अलग-अलग योजनाएं चलेंगी. साथ ही बेसिक प्रशिक्षण योजना में एक लाख महिलाओं को सालाना कंप्यूटर की बेसिक ट्रेनिंग दी जाएगी और स्किल डेवलपमेंट के लिए भी महिलाओं को ले जाया जाएगा.

कंप्यूटर की एडवांस ट्रेनिंग के तहत 5 हजार महिलाओं को टेलीमार्केटिंग और कंप्यूटर की एडवांस ट्रेनिंग दी जाएगी. इन तीनों योजनाओं से महिलाओं को फायदा महिला एवं बाल विकास विभाग पहुंचाएगा. हालांकि, तीनों योजनाओं के नाम पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम से रखे जाएंगे.

वहीं, मंत्री ममता भूपेश का कहना है कि इन योजनाओं से केंद्र का कोई लेना देना नहीं है. क्योंकि राजस्थान सरकार अपने स्तर पर यह 1 हजार करोड़ का फंड प्रियदर्शनी फंड के नाम पर पहले ही बना चुकी है और इस तरीके का यह अपने आप में पहला फंड है और उसी के तहत योजनाएं शुरू की जाएंगी.

Intro:राजस्थान में महिला एवं बाल विकास की तीन नई योजनाएं सभी इंदिरा गांधी के नाम पर महिलाओं को होगा फायदा लेकिन नाम की राजनीति होगी फिर शुरू


Body:राजस्थान में महिला एवं बाल विकास विभाग को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसी बजट में इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी शक्ति निधि के नाम पर 1000 करोड रुपए दिए थे जो महिला एवं बाल विकास विभाग को खर्च करने थे इसके तहत महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री ममता भूपेश ने 5 सालों के लिए अपने विभाग की कार्य योजना तैयार कर ली है जिसके तहत हर साल 200 करोड रुपए तीन अलग-अलग योजनाओं में महिलाओं के लिए इस्तेमाल में लिए जाएंगे इसके तहत 3 योजनाएं जो महिला एवं बाल विकास विभाग शुरू करने जा रहा है जिसमें से एक इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी महिला उद्यम प्रोत्साहन योजना होगी इस योजना में एकल महिलाओं और एसएसजी से जुड़ी महिलाओं को एक करोड़ तक के कर्ज दिए जाएंगे उद्यमी महिलाओं को 25 फ़ीसदी तक की लोन में सब्सिडी भी सरकार देगी और इस योजना के तहत सालाना ₹150000000 की सब्सिडी भी दी जाएगी इसी तरीके से इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी महिला बेसिक कंप्यूटर प्रशिक्षण योजना और एडवांस प्रशिक्षण योजना नाम से दो अलग-अलग योजनाएं चलेगी बेसिक प्रशिक्षण योजना में 100000 महिलाओं को सालाना कंप्यूटर की बेसिक ट्रेनिंग दी जाएगी और स्किल डेवलपमेंट की और महिलाओं को ले जाया जाएगा कंप्यूटर की एडवांस ट्रेनिंग के तहत 5000 महिलाओं को टेलीमार्केटिंग और कंप्यूटर की एडवांस ट्रेनिंग दी जाएगी इन तीनों योजनाओं से महिलाओं को फायदा महिला एवं बाल विकास विभाग पहुंचाएगा हालांकि तीनों योजनाओं के नाम पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम से रखे जाएंगे जिसके बाद इन योजनाओं के नाम को लेकर राजनीति होना फिर शुरू होगा आना की मंत्री ममता भूपेश का कहना है कि इन योजनाओं से केंद्र का कोई लेना देना नहीं है क्योंकि राजस्थान सरकार अपने स्तर पर यह 1000 करोड़ का फंड प्रियदर्शनी फंड के नाम पर पहले ही बना चुकी है और इस तरीके का यह अपने आप में पहला फंड है और उसी के तहत पहला फंड है और उसी के तहत योजनाएं शुरू की जाएंगी
वाइट ममता भूपेश महिला एवं बाल विकास मंत्री राजस्थान सरकार


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.