जयपुर. प्रदेश में स्कूली पाठ्यक्रम को लेकर सियासी हलचल तेज है. इस बीच राज्य शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने अपना वादा पूरा करते हुए विंग कमांडर अभिनंदन के बुलंद हौसलों को 9वीं कक्षा के सामाजिक विज्ञान के पाठ्य क्रम में शामिल कर दिया है. साथ ही नीमकाथाना के दिगेंद्र सिंह की शौर्य गाथा को भी जोड़ा गया है.
बता दें, पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद 40 जवानों का बदला लेने के लिए भारतीय वायु सेना ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 25 फरवरी 2019 को पाकिस्तानी सीमा के घुसकर बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों पर हमला बोला था. जिसके बाद पाकिस्तानी वायु सेना के लड़ाकू विमान एफ-16 ने भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन करते हुए हमले का प्रयास किया. हमले को नाकाम करने के लिए भारतीय वायुसेना ने मिग-21 विमानों को भेजा था. इसी कार्रवाई में विंग कमांडर अभिनंदन पाक विमानों को खदेड़ते हुए पाक सीमा में प्रवेश कर गए थे.
विंग कमांडर अभिनंदन ने अनूठी सूझबूझ और बुलंद हौसलों का परिचय देते हुए अपनी क्षमता से बेहतर हवाई जहाज को हवा में ही मार गिराया. सामने के प्रहार से अपना मिग भी क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण उन्हें पैराशूट से कूदकर अपनी जान बचानी पड़ी. गलती से विंग कमांडर अभिनंदन पाक अधिकृत कश्मीर की जमीन पर उतर गए. जहां, पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया. वहीं, जेनेवा समझौते 1949 और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान को वापस रिहा करना पड़ा. बता दें, विंग कमांडर अभिनंदन की प्रारंभिक पढ़ाई जोधपुर में हुई थी. उस समय उनके पिताजी भारतीय वायु सेना के पद पर कार्यरत थे.
पाठ्यक्रम में एयर स्ट्राइक का जिक्र नहीं
पाठ्यक्रम में अभिनंदन का जिक्र तो है, लेकिन एयर स्ट्राइक का जिक्र कहीं भी नहीं है. और ना ही इस मुकाबले में कितने आतंकियों को मारा गया यह बताया गया है. इसकी वजह यह भी मानी जा सकती है कि कांग्रेस ने लगातार एयर स्ट्राइक को लेकर सवाल तो उठाए ही हैं साथ ही कई बार यह भी कहा है कि इस तरह की एयर स्ट्राइक वह कई बार कर चुके हैं. पाठ्यक्रम में पुलवामा आतंकी हमले का द्रवित जवाब लिखा गया है.
नोटबंदी और जीएसटी को नहीं पढ़ाया जाएगा
पाठ्यक्रम में यूं तो पिछली सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी को पढ़ाने का निर्णय लिया था, लेकिन मौजूदा सरकार ने इस फैसले पर कैंची चला दी है. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि नोटबंदी से देश में बर्बादी हुई है. इसको स्टूडेंट को पढ़ाने के लिए कोई औचित्य नहीं है.
नायक दिगेंद्र की शौर्य गाथा भी जोड़ी
वहीं, नीमकाथाना के दिगेंद्र सिंह की शौर्य गाथा को भी जोड़ा गया है. दिगेंद्र सिंह महावीर चक्र विजेता हैं और कारगिल युद्ध में 48 पाकिस्तानियों को मार गिराया था. दिगेंद्र सिंह ने हालांकि पाठ्यक्रम में शामिल करने को लेकर खुशी जताई है. लेकिन यह भी उम्मीद की है कि उनके बारे में और डिटेल में पढ़ाया जाना चाहिए था. हालांकि, दिगेंद्र ने कहा कि बच्चे जिंदा शेर की गाथा पड़ेंगे तो अच्छा लगेगा.