जयपुर. ग्रामीण पुलिस ने 15 दिन बाद ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और एक बालक को निरुद्ध किया है. आरोपियों ने दिव्या जेन्ट्स पार्लर के मालिक दीनदयाल सेन की निर्मम हत्या की थी. मृतक की पत्नी के प्रेमी ने अपने दोस्तों को 2.50 लाख रुपए की सुपारी देकर हत्या करवायी थी.
एसपी शंकरदत्त शर्मा ने प्रेसवार्ता में ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश करते हुए बताया कि 7 अगस्त को NH-8 पर एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली थी. घटनास्थल को देखने पर प्रथम दृष्टया मामला हत्या का लगने पर मामला दर्ज एक टीम का गठन किया गया. जिसके बाद गहन जांच पड़ताल करते हुए टीम ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया और एक विधि से संघर्षरत बालक को निरुद्ध किया.
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घटना में प्रयुक्त बोलेरो कैंपर गाड़ी, देसी कट्टा और जिंदा कारतूस बरामद किया गया. हालांकि दो आरोपी अभी भी फरार है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम रामचंद्र जाट, विक्रम सिंह दरोगा, अरविंद उर्फ मोंटी है. मृतक दीनदयाल की पत्नी के अपने पीहर चूरू जिले के बीदासर में रवि भोजक नाम के लड़के से पिछले 5 साल से अवैध संबंध थे. जिनका मृतक दीनदयाल को 8 जून को बीदासर में एक शादी समारोह में पता चल गया.
जिसके बाद मृतक की पत्नी का परिवारजनों में विवाद हुआ. जिस पर मृतक की पत्नी ने भविष्य में रवि भोजक से किसी भी प्रकार के संबंध नहीं रखने का विश्वास दिलाया. ऐसे में रवि भोजक मृतक की पत्नी से संबंध तोड़ना नहीं चाहता था. इस कारण उसने दीनदयाल को अपने रास्ते से हटाने के लिए अपने दोस्त विक्रम सिंह के माध्यम से चूरू राजलदेसर के विष्णु आचार्य, रामचंद्र चौधरी और अरविंद उर्फ मोंटी को 2.50 लाख रुपए की सुपारी दी.
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जिसके बाद रवि ने आरोपी विक्रम सिंह के जरिए विष्णु आचार्य के बैंक खाते में सुपारी की पहली किस्त 1.05 लाख रुपए जमा करवाए और विक्रम सिंह ने विष्णु आचार्य को 13 जुलाई को जयपुर बुलाकर मृतक की दुकान और घर की रेकी करवाई.
इसके बाद विष्णु आचार्य, रामचंद्र और अरविंद उर्फ मोंटी ने मिलकर दीनदयाल की हत्या की योजना बनाकर 20, 28 और 29 जुलाई को तीन बार जयपुर आकर हत्या का प्रयास किया. लेकिन सफलता नहीं मिलने पर 6 अगस्त को बदमाशों ने दीनदयाल का हथियार की नोक पर अपहरण कर हाथ पैर बांध गला दबाकर उसकी हत्या कर लाश को हरवाड़ा के पास झाड़ियों में फेंक दिया और फरार हो गए.